पटना। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बिहार के दौरे पर विपक्षी दलों पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने गुरुवार को दावा किया कि बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विपक्ष गलत जानकारी फैला रहा है, क्योंकि उन्हें फर्जी मतदाताओं के सहारे चुनाव जीतने की उम्मीद थी। राजभर ने यह भी दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समाजवादी पार्टी (सपा) से निष्कासित नेता तेज प्रताप यादव को ‘समायोजित’ करने का रास्ता खोज सकता है।
बिहार चुनाव को लेकर दिया बड़ा बयान
बिहार चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के संपर्क में हैं और उन्हें विधानसभा चुनाव में सम्मानजनक हिस्सेदारी का भरोसा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने से नहीं हिचकिचाएगी। उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी की 100 से ज्यादा सीटों पर मजबूत उपस्थिति है और वे कम से कम 20 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं।
पिछड़े वर्गों को मिलेगा प्रतिनिधित्व
ओपी राजभर ने कहा कि बिहार में राजभर, राजवंशी, लोहार और अन्य अति पिछड़ी जातियों को आज तक उचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं मिला है, और उनकी पार्टी इस कमी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके समर्थन से ही पिछले उपचुनावों में एनडीए को जबरदस्त जीत हासिल हुई थी, जबकि लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा था।
विपक्ष के आरोपों पर पलटवार
मतदाता सूची में गड़बड़ी के विपक्षी आरोपों को खारिज करते हुए ओपी राजभर ने कहा कि अगर मृत लोगों या स्थानांतरित हो चुके व्यक्तियों के नाम सूची में हैं, तो उन्हें हटाना गलत नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष फर्जी मतदाताओं की मदद से चुनाव जीतना चाहता था, लेकिन SIR प्रक्रिया से यह रास्ता बंद हो गया है, इसी कारण वे बौखलाए हुए हैं।
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