Deep Research AI : ओपनएआई ने 2 फरवरी को अपने नए एआई टूल ‘डीप रिसर्च’ का अनावरण किया है, जो इंटरनेट भर से जानकारी एकत्र कर विश्लेषक स्तर की रिपोर्ट तैयार कर सकता है. इस टूल की क्षमताओं का प्रदर्शन यूट्यूब पर पोस्ट किए गए डेमो वीडियो में किया गया और इसे हाल ही में अमेरिकी नीति निर्माताओं एवं अधिकारियों को भी दिखाया गया.

Deep Research की मुख्य विशेषताएं

व्यापक जानकारी एकत्रीकरण

‘डीप रिसर्च’ विभिन्न ऑनलाइन स्रोतों जैसे टेक्स्ट, छवियाँ, और पीडीएफ से डेटा एकत्र कर उसे समझदारी से संकलित करता है. यूज़र द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार करता है, जिसमें स्रोतों की स्पष्ट जानकारी और सारांश शामिल होता है.

उन्नत तकनीक और मॉडल

इस टूल को ओपनएआई के आगामी o3 मॉडल के एक विशेष संस्करण द्वारा संचालित किया गया है, जो विशेष रूप से वेब ब्राउज़िंग और डेटा विश्लेषण के लिए अनुकूलित है. इसके प्रशिक्षण में रियल-टाइम ब्राउज़िंग और पायथन टूल्स का उपयोग करके जटिल कार्यों को पूरा करने की क्षमता विकसित की गई है.

प्रभावशाली प्रदर्शन

ओपनएआई के अनुसार, ‘डीप रिसर्च’ ने हाल ही में जारी किए गए बेंचमार्क टेस्ट, “ह्यूमैनिटी’स लास्ट एक्ज़ाम” में 26.6% की सटीकता हासिल की. यह रासायनिक, मानविकी, सामाजिक विज्ञान और गणित जैसे विषयों में अपने पूर्व मॉडल o1 से बेहतर प्रदर्शन करता है. साथ ही, GAIA बेंचमार्क टेस्ट में भी इस मॉडल ने शीर्ष स्थान हासिल किया.

उपयोग और उपलब्धता

यह टूल चैटजीपीटी के वेब संस्करण के प्रीमियम सब्सक्रिप्शन पैकेज (मासिक $200) का हिस्सा है. यूज़र्स ‘डीप रिसर्च’ टैब चुनकर अपने प्रश्न दर्ज कर सकते हैं, जिसके बाद एक साइडबार में अनुसंधान की प्रक्रिया और उपयोग किए गए स्रोतों का सारांश दिखता है. हालांकि, यह टूल यूके और यूरोपीय संघ में अभी उपलब्ध नहीं है.

प्रतिक्रिया और चुनौतियां

ओपनएआई के अनुसार, ‘डीप रिसर्च’ जटिल शोध कार्यों को ऐसे ढंग से पूरा करता है, जो एक व्यक्ति को करने में 30 मिनट से 30 दिन तक लग सकते हैं. लेकिन कंपनी ने यह भी स्वीकार किया है कि टूल कभी-कभी सटीकता में कमी दिखा सकता है, खासकर जब सत्यापन योग्य जानकारी और अफवाहों में अंतर करने की बात आती है.

भविष्य की संभावनाएं

ओपनएआई ने संकेत दिया है कि भविष्य में ‘डीप रिसर्च’ में और भी उन्नत सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, जैसे कि इमेजेज, डेटा विज़ुअलाइज़ेशन और अन्य विश्लेषणात्मक आउटपुट, जिससे रिपोर्ट और भी मजबूत एवं व्यक्तिगत हो सकेगी. इसके साथ ही, यूज़र्स विशिष्ट डेटा स्रोतों को भी जोड़ सकेंगे.

ओपनएआई की यह नई पेशकश वर्तमान में एआई के प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, खासकर उन चुनौतियों के बीच जो चीनी स्टार्टअप्स द्वारा पेश की जा रही हैं.