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सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. छत्तीसगढ़ में खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने प्रदेश के सभी फल विक्रेताओं से ये अपील की थी कि स्टीकर लगा हुआ फल लोगों को न बेचे. साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि वे बेचते पाए गए तो उन पर खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 की धारा 59 की तहत कारावास एवं जुर्माने कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इस चेतावनी का व्यापारियों पर कुछ असर नहीं हुआ है.
मंगलवार को मार्केट में स्टीकर लगा हुआ फल देखा गया. खुलेआम ये फल लोगों को बचे रहे थे. कार्रवाई नहीं होने से व्यापारियों में भय नहीं है. जिसके चलते लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
फलों के ऊपर लगे स्टीकर में केमिकल होता है और केमिकल की वजह से फल दूषित होता है जो स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारण होता है. जिले देखते हुए राज्य शासन ने ये आदेश जारी किया था कि यदि कोई व्यापारी स्टीकर लगे फलों को बेचते हुए देखा जाता है तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि ये आदेश 17 अक्टूबर 2019 को जारी किया गया था लेकिन अब भी इस तरह के फलों की बिक्री पर प्रतिबंध तो दूर अब तक कोई कार्रवाई भी नहीं हुई.
इस मामले में खाद्य विभाग के अधिकारी राजेश छत्री कहना है कि जिस क्षेत्र में ऐसा किया जा रहा है उस जगह पर खाद्य निरिक्षक अधिकारी को भेजा जाएगा और फलों का नष्टीकरण कर व्यापारियों को चेतावनी दी जाएगी. साथ ही सुरक्षा अधिकारियों के द्वारा निगरानी रखी जाएगी कि ऐसा ना हो और व्यापारियों को इस मामले में जागरूक करने का काम भी किया जाएगा.