नई दिल्ली। सूडान में गृहयुद्ध के बीच फंसे भारतीयों को वापस लाने भारत सरकार ऑपरेशन कावेरी चला रही है. बुधवार रात को 360 भारतीयों का पहला दल जेद्दा से दिल्ली पहुंचा. एयरपोर्ट पर पैर रखते हुए भावुक हुए लोगों ने ‘भारत माता की जय’, ‘इंडियन आर्मी जिंदाबाद’, ‘पीएम मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाए.

ऑपरेशन कावेरी के तहत बुधवार को वायुसेना के दो विमानों ने 250 से ज्यादा भारतीयों को सुरक्षित निकालकर जेद्दा पहुंच गया. वहीं मंगलवार को नौसेना के आईएनएस सुमेधा से 278 नागरिक जेद्दा पहुंचे थे. इनमें से 360 भारतीयों को मंगलवार को ‘आईएनएस सुमेधा’ से पोर्ट सूडान और फिर वहां से सऊदी अरब के जेद्दा लाया गया था. इसके बाद वहां से उन्हें नई दिल्ली लाया गया है.

इससे पहले भारत अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अपने सहयोगी देशों पर निर्भर था. सऊदी अरब ने सूडान से तीन और फ्रांस ने पांच भारतीयों को बाहर निकाला था, लेकिन अब भारत ने पोर्ट सूडान पर अपने विमान और पोत तैनात कर दिए हैं. पोर्ट सूडान राजधानी खार्तूम से लगभग 850 किमी की दूरी पर है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे लोगों को फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि भारत आपनों की वापसी का स्वागत करता है. जेद्दा से रवाना होने से पहले विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने विमान के अंदर यात्रियों के एक वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने हर भारतीय को वापस लाने का संकल्प लिया है.

सूडान से लौटे एक भारतीय ने कहा भारत सरकार ने हमारा बहुत साथ दिया. बड़ी बात यह है कि हम यहां सुरक्षित पहुंच गए, क्योंकि यह बहुत खतरनाक था. मैं पीएम मोदी और भारतीय सरकार को धन्यवाद देता हूं. वहीं भारतीय नागरिक सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मैं वहां एक आईटी प्रोजेक्ट के लिए गया था और वहां फंस गया. दूतावास और सरकार ने भी बहुत मदद की. जेद्दा में लगभग 1000 लोग मौजूद हैं. सरकार तेजी से लोगों को वहां से निकाल रही है.

कावेरी नदी पर रखा ऑपरेशन का नाम

इस ऑपरेशन का नाम कावेरी नदी पर रखा गया है, जो कर्नाटक और तमिलनाडु से होकर बहती है. दरअसल, सूडान में फंसे अधिकतर लोग दक्षिण भारत से ही हैं. इसके पहले भी नदी के नाम से भारतीयों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन चलाया जा चुका है. पिछले साल यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर भारत ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया था. इसके तहत युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाया गया था.

नवीनतम खबरें –

इसे भी पढ़ें –