रायपुर। बीते वर्षों में मिली सफलता के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ एक बार फिर से “ऑपरेशन प्रहार” प्रारंभ किया है. मंगलवार 18 फरवरी की शाम से इस ऑपरेशन को प्रदेश में शुरु किया गया है.

डीजीपी डीएम अवस्थी ने बताया कि यह अभियान तेलंगाना की सीमा से लगाकर महाराष्ट्र की सीमा तक एक साथ चलाया जा रहा है. इसमें छत्तीसगढ़ की एसटीएफ एवं डीआरजी के लगभग 1400 जवान तथा सीआरपीएफ के कोबरा के 450 जवान शामिल हैं. यह अभियान माओवादियों के अत्यंत कोर एरिया जो किस्टाराम और पामेड़ के बीच का क्षेत्र है उसमे, तथा अबुझमाड़ इलाके में एक साथ चलाया जा रहा है.

अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सुकमा जिले के टोण्डामरका इलाके में एसटीएफ एवं डीआरजी के साथ हुई मुठभेड़ में 01 माओवादी का शव मय हथियार बरामद हुआ है तथा 04 माओवादियों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है. इस घटना में एसटीएफ का 01 जवान भी घायल हुआ है.

नारायणपुर जिले के पुसपाल इलाके में इकुल ग्राम के पास एसटीएफ एवं डीआरजी के साथ अन्य मुठभेड़ में 01 माओवादी का शव बरामद हुआ है एवं कुछ माओवादियों के घायल होने की सूचना है. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सुरक्षाबलों द्वारा माओवादियों के अत्यंत सुदृढ़ इलाके में जबरदस्त अभियान चलाया जा रहा है, जो अभी जारी है.

आपको बता दें साल 2017 में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन प्रहार का आगाज किया गया था. प्रहार 1 को मिली सफलता के बाद पुलिस लगातार इस अभियान को चला रही है. इस अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बड़ी संख्या में पुलिस ने माओवादियों को मार गिराया था और उनके कैंपों को ध्वस्त कर चुकी है.