इंदिरा गांधी इंटरनेशनल (IGI) एयरपोर्ट पर ईरान और इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी का क्रम जारी है. हाल ही में रविवार रात को 311 लोगों की वतन वापसी हुई, जिससे अब तक कुल 1713 लोगों की सुरक्षित वापसी हो चुकी है. इस समय एयरपोर्ट पर लौटने वाले लोगों की खुशी के आंसू देखने को मिल रहे हैं, जब वे बाहर निकलते हैं तो उनके परिवार वाले उन्हें गले लगाने के लिए बेताब नजर आते हैं. ईरान और इजराइल से लौटने वाले भारतीयों की यह तस्वीरें एयरपोर्ट पर आम हो गई हैं, जिसमें इजराइल से आने वाले 160 लोग भी शामिल हैं. रविवार को एक फ्लाइट से 285 और दूसरी से 311 लोग वापस लौटे.
8 फ्लाइट से 1713 लोगों की वापसी
अब तक आठ उड़ानों के माध्यम से कुल 1713 भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी हो चुकी है. मंगलवार को भी एक फ्लाइट ईरान से कुछ और भारतीयों को लेकर लौटने वाली है. लौटने वालों में अधिकांश जम्मू-कश्मीर के छात्र हैं, जबकि दिल्ली, मुंबई और लखनऊ जैसे अन्य शहरों के निवासी भी शामिल हैं. सभी लोग प्रधानमंत्री मोदी, भारत सरकार, एंबेसी और विदेश मंत्रालय का आभार व्यक्त कर रहे हैं. एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही वे जय हिंद, जय भारत, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए अपनी खुशी का इजहार कर रहे हैं.
ईरान में भी इंतजाम को लेकर खुश भारतीय नागरिक
इलाहाबाद की निवासी फातिमा एयरपोर्ट से बाहर आते ही भारत सरकार की ओर से वतन वापसी के साथ-साथ ईरान में रहने-खाने की व्यवस्था की सराहना की. मुंबई के मार्शल ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि वह भारत लौटने पर बहुत खुश हैं और अब दिल्ली से अपने घर मुंबई जा रहे हैं. लखनऊ की फिरोजी ने भी समर्थन मिलने की बात कही, जबकि दिल्ली के रजा और एएसएन जैदी ने सरकार का दिल से आभार व्यक्त किया, यह बताते हुए कि एंबेसी दिन-रात काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यह एक खुशी की बात है कि उन्होंने सुना था कि सरकार सभी के लिए काम करती है, और अब इसे अपने अनुभव से देखा भी.
1 जुलाई से बदल रहे हैं नियम, अब PAN Card बनवाने के लिए Adhar card होगा जरुरी
ईरान ने अपने एयरस्पेस पर लगी पाबंदी को समाप्त करते हुए लगभग 1000 भारतीय नागरिकों को निकालने की अनुमति दी. इनमें अधिकांश छात्र शामिल हैं, जिन्हें तेहरान से माशहद लाया गया. इन नागरिकों को भारत लाने के लिए तीन चार्टर फ्लाइट्स का संचालन ईरानी एयरलाइन माहान ने किया. भारत सरकार ने इस निकासी के लिए ऑपरेशन सिंधु की व्यवस्था की. ईरानी दूतावास के उप प्रमुख मोहम्मद जवाद हुसैनी ने बताया कि यदि आवश्यक हुआ, तो भविष्य में और फ्लाइट्स भी चलाई जा सकती हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक