नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन (एनडीए) के खिलाफ कांग्रेस की अगुवाई में नई दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक हुई. बैठक में सरकार के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की रणनीति बनाई गई. बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि हमारी लड़ाई बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ है.
देशभर के विभिन्न राजनीतिक दलों को जोड़कर एनडीए के खिलाफ मोर्चा बनाने की चल रही तैयारी के बीच सोमवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, के अलावा सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद व अशोक गहलोत के अलावा मुस्लिम लीग के पीके कुन्नाहलिकट्टी, एआईडीयूएफ के बदरुद्दीन अजमल, एनसीपी के शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल व मजीद मेनन, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला और डीएमके के स्टालिन व कनिमोझी शामिल होने पहुंच थे.
बैठक में जो राजनीतिक दल नजर आए उनमें आप के अरविंद केजरीवार के अलावा तृणमूल कांग्रेस पार्टी की नेता और पं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अलावा आरजेडी के तेजस्वी यादव, जेडीएस के एचडी देवगौड़ा, एलजेडीपी से शरद यादव, सीपीआई के डी राजा व सुधाकर रेड्डी, जेएमएम के हेमंत सोरेन, जेवीएम के बाबूलाल मरांडी और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी भी हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं. इनके अलावा जो राजनीतिक दल नहीं आए उनकी भी राजनीति के गलियारे में चर्चा होती रही. इनमें बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश सिंह शामिल रहे.
बैठक के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस देश की सभी संस्थाओं को नीचा दिखा रही हैं. हमारी लड़ाई इन दोनों के खिलाफ है. हम इन मुद्दों पर विपक्षी दलों के साथ चर्चा करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें यह जान कर खुशी हो रही है कि लोग सरकार के खिलाफ खड़े हो रहे हैं और कह रहे हैं कि वादे पूरे नहीं किए गए.