नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो सुनिश्चित करेंगे कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू न हो. यशवंत सिन्हा ने यह बात असम के गुवाहाटी में विपक्षी सांसदों के साथ बातचीत में कही.

राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन मांगने के लिए असम पहुंचे यशवंत सिन्हा ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सीएए को अभी तक लागू नहीं कर पाई है क्योंकि इसे जल्दबाजी में “मूर्खतापूर्ण मसौदा” की तरह बनाया गया था. उन्होंने कहा कि असम के लिए नागरिकता एक बड़ा मुद्दा है, और सरकार पूरे देश में अधिनियम लाना चाहती थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि संविधान किसी बाहरी ताकत से नहीं बल्कि सत्ता में बैठे लोगों से खतरे में है. हमें इसकी रक्षा करनी होगी.

बता दें कि राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को चुनाव होना है. पद के लिए एक तरफ एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू हैं, तो दूसरी ओर विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है. दोनों ही प्रत्याशी अलग-अलग प्रांतों का दौरा कर विधायकों का समर्थन हासिल करने में लगे हुए हैं. एनडीए का जिस तरह से संसद में समीकरण है, उससे द्रोपदी मुर्मू का जीतना तय माना जा रहा है, लेकिन यशवंत सिन्हा भी लगातार अलग-अलग राज्यों का दौरा कर विधायकों का समर्थन हासिल करने में जुटे हुए हैं.

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