कुंदन कुमार, पटना। बिहार में इस साल होने वाले चुनाव में अब चंद महीने ही शेष रह गए हैं। चुनाव से पहले प्रदेश में जमकर पोस्टर वार देखने को मिल रहा है। आज गुरुवार (31 जुलाई) को भी पटना की सड़कों पर विपक्षी पार्टी द्वारा पोस्टर लगाकर सरकार में हुए 70 हजार करोड़े के घोटाले पर सवाल उठाया है साथ ही साथ सरकार को घोटालेबाज बताया गया है।

‘बिहार में 71 हजार करोड़ का महाघोटाला’

विपक्ष द्वारा जारी किए गए पोस्टर में लिखा है-‘ CAG का खुलासा, बिहार का महाघोटाला, 71 हजार करोड़।’ साथ ही इस पोस्टर में PM मोदी, CM नीतीश और डिप्टी CM विजय सिन्हा समेत बिहार सरकार के अलग-अलग विभाग के 10 मंत्रियों की फोटो और उनके विभाग की राशि का जिक्र किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा घोटाले की राशि पंचायती राज विभाग में बताया गया है।

बता दें कि कैग रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी की बिहार सरकार के पास 70 हजार करोड़ का कोई हिसाब नहीं है, जिसका मतलब साफ है कि कही न कही घोटाला तो हुआ है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर बिहार की एनडीए सरकार पर लगातार हमलावर है।

एक इंजन अपराध, दूसरा भ्रष्टाचार में लगा- तेजस्वी

बुधवार को महागठबंधन की समन्वय समिति की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कैग रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा था कि- कैग रिपोर्ट बता रही कि लगभग 71,000 करोड़ का हिसाब नहीं मिल रहा। यह कोई छोटी राशि नहीं। इसका बिहार सरकार हिसाब नहीं दे पाई। इसका मतलब है कि कहीं-न-कहीं बड़ा घोटाला हुआ है। हम लोग शुरुआत से ही कह रहे कि डबल इंजन वाली सरकार, का एक इंजन अपराध और दूसरा भ्रष्टाचार में लगा है।

पवन खेड़ा ने कही ये बात

वहीं, कल बुधवार को ही कांग्रेस के सीनियर नेता पवन खेड़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि, ‘बिहार के बजट का एक-तिहाई 70 हजार करोड़ की राशि चोरी हो गई। हजम कर ली गई, बंट गए। ये वो लोग हैं, जो हमसे बर्थ सर्टिफिकेट मांगते हैं, दूसरे कागज मांगते हैं, लेकिन खुद यूटीलाइजेशन सर्टिफिकेट नहीं दे पाए।’

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