ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली लोकप्रिय कंपनी जोमैटो (Zomato) ने अपने ग्राहकों को त्योहारी सीजन से ठीक पहले बड़ा झटका दिया है. अब ऐप के जरिए खाना ऑर्डर करना पहले से ज्यादा महंगा हो जाएगा. कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में 20% की बढ़ोतरी की है, जिससे ग्राहकों को हर ऑर्डर पर अतिरिक्त पैसे खर्च करने होंगे.

अब 10 रुपये की जगह 12 रुपये देनी होगी प्लेटफॉर्म फीस

जोमैटो की ओर से 2 सितंबर से नई प्लेटफॉर्म फीस लागू कर दी गई है. पहले हर ऑर्डर पर 10 रुपये प्लेटफॉर्म फीस ली जाती थी, जो अब 12 रुपये हो गई है. यानी अब ग्राहकों को हर ऑर्डर के साथ 2 रुपये ज्यादा चुकाने होंगे.

लगातार बढ़ रही है जोमैटो की प्लेटफॉर्म फीस

  • यह पहली बार नहीं है जब जोमैटो ने प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा किया हो.
  • 2023 में कंपनी की प्लेटफॉर्म फीस केवल 2 रुपये थी.
  • 2024 के शुरुआती महीनों में इसे 10 रुपये कर दिया गया.
  • अब, सितंबर 2025 में यह बढ़कर 12 रुपये पहुंच गई है.

त्योहारी सीजन से ठीक पहले इस बढ़ोतरी का असर सीधे ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा, क्योंकि आने वाले दिनों में खाने के ऑर्डर की संख्या बढ़ने की संभावना रहती है.

क्यों बढ़ाई गई फीस?

हालांकि कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने की कोई आधिकारिक वजह नहीं बताई है, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि त्योहारी सीजन में बढ़ती डिमांड, डिलीवरी पार्टनर्स को अधिक भुगतान और ऑपरेशनल कॉस्ट के चलते यह फैसला लिया गया है.

ग्राहकों पर सीधा असर

यदि कोई व्यक्ति रोजाना जोमैटो से खाना ऑर्डर करता है, तो पहले वह महीने भर में 300 रुपये (10 रुपये × 30 दिन) प्लेटफॉर्म फीस देता था. अब बढ़ी हुई फीस के हिसाब से यह खर्च 360 रुपये (12 रुपये × 30 दिन) हो जाएगा. यानी हर महीने 60 रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा.

त्योहारी सीजन के मद्देनजर यह बढ़ोतरी ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ सकती है, खासतौर पर उन लोगों के लिए जो अक्सर बाहर का खाना मंगाते हैं.