रायपुर। संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने हाथरस में दलित लड़की से गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, सरकारों के तमाम दावों के बावजूद ऐसी घटनाएँ रुकने का नाम नहीं ले रही हैं क्योंकि कहीं न कहीं प्रशासन और सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं हैं।
विकास उपाध्याय ने कहा हमारा कानून और उनका पालन इतना सख्त होना चाहिए कि सज़ा के बारे में सोचकर ही बलात्कारी डर के मारे कांपने लगे! विकास ने कहा हाल के महीनों में यूपी में ऐसी कई गंभीर घटनाएँ हुई हैं। बाराबंकी में 13 साल की दलित लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। हापुड़ में छह साल की बच्ची की बलात्कार के बाद आंखें फोड़ दी गई थीं। रह-रहकर इस तरह की घटनाएँ हो रही हैं लेकिन वहाँ की पुलिस-प्रशासन कोई गंभीर क़दम नहीं उठा रहा है।
विकास ने कहा 20 वर्षीय दलित युवती की जीभ कट गई थी, रीढ़ की हड्डी टूट गई थी, शरीर का एक हिस्सा काम नहीं कर रहा था. वो बोल नहीं पा रही थी। किसी तरह इशारे कर रही थी जिसे पुलिस ने गंभीरता से नहीं लियाशुरुआत में पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और घटना के 10 दिन बाद तक किसी को गिरफ़्तार नहीं किया गया। जबकि बलात्कारी गाँव के ही थे।
विकास उपाध्याय ने कहा देश में बलात्कारियों के लिए सिर्फ एक कानून बने सीधा फाँसी।