पुरूषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। नेशनल हाइवे 130सी में गौरघाट के पास आज मैनपुर ब्लॉक के 100 से भी ज्यादा किसानों ने नेशनल हाइवे जाम कर धरने पर बैठ गए हैं. किसानों ने ग्राम गौरघाट व सरनाबहाल में नया धान उपार्जन केन्द्र प्रारंभ करने की मांग कर रहे हैं. धरने को नेतृत्व कर रहे प्रेमशाय जगत, मुकुंद नागेश, नीरन ध्रुव ने कहा कि नए केंद्र के लिए समिति से प्रस्ताव पारित हो गया. प्रशासन ने भी अपना काम कर दिया था, फिर शासन स्तर पर क्यों काट दिया गया.
किसानों ने कहा कि दोनों ही केंद्र सरकारी मापदंड के मुताबिक सटीक बैठता है, फिर किसानों को आंदोलन के लिये मज़बूर करने वाली स्थिति क्यों निर्मित किया गया. किसानों ने इस बात से भी हैरानी व्यक्त की है कि सूची में नाम शामिल होने के बावजूद केंद्र खुलने के दो दिन पहले नाम कैसे काट दिया गया.
किसानों ने सरकार से आग्रह किया है कि अन्य केंद्रों की भांति किसान हित व सुविधाओं को ध्यान में रखकर इन दो केंद्रों को भी खोलने की अनुमति दी जाए. केंद्र नहीं खुलते तक आंदोलन चलते रहने की बात किसानों ने कहा है.
आज से कटना था टोकन, असमंजस में प्रशासन
1 दिसम्बर से खरीदी शुरू होना है. आज से टोकन काटने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन खरीदी के ठीक दो दिन पहले उपार्जन केंद्र को लेकर किसानों के बड़ा आंदोलन प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है. अफसर भी पेसोपेश में है. चर्चा भी इस बात की है कि दो स्थल जो उपार्जन केन्द्र खोले जाने के लायक है, जिसकी सम्पूर्ण औपचारिकता भी पूरी हो गई थी. ऐसे में इस केंद्र का अचानक कैंसिल हो जाना, कई राजनीतिक संदेह को जन्म दे रहा है. बहरहाल कहानी कुछ भी बने पर किसानों का मूड देख कर तो लगता है, इनका आंदोलन केंद्र खुलने के बाद ही शांत होगा.