नई दिल्ली. देश के ज्यादातर राज्यों में कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन किया गया है. तालाबंदी के दौरान लाखों लोगों को नौकरी गवानी पड़ी है. इस साल अप्रैल में 70 लाख से ज्‍यादा लोगों की नौकरी चली गई. इससे बेरोजगारी दर बढ़ गई है.

कोरोना वायरस के हर दिन बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के लिए राज्‍यों ने पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन और कर्फ्यू का सहारा लिया है. ऐसे में आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई हैं. इस वजह से अप्रैल 2021 के दौरान देश में लाखों लोगों का रोजगार छिन गया और राष्‍ट्रीय स्‍तर पर बेरोजगारी दर बढ़ गई. रिसर्च फर्म सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी के मुताबिक, अप्रैल 2021 के दौरान देश में 70 लाख से ज्‍यादा लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी. इससे देश में बेरोजगारी दर बढ़कर 7.97 फीसदी पर पहुंच गई, जो मार्च में 6.5 फीसदी थी.

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सीएमआईई के मैनेजिंग डायरेक्टर महेश व्यास ने कहा कि लॉकडाउन के कारण ठप हुई कारोबारी गतिविधियों की वजह से नौकरियों में गिरावट दर्ज की गई है. साथ ही कहा कि अभी कोरोना महामारी की स्थिति विकराल बनी हुई है और मेडिकल हेल्थ सर्विसेज के मोर्चे पर दबाव बना हुआ है. आशंका है कि मई में भी हालात ऐसे ही बने रहेंगे.

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