दिल्ली. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने ईशनिंदा के आरोपों से ईसाई महिला आसिया बीबी को बरी क्या कर दिया पूरा देश जल उठा.पाकिस्तान के कई शहरों में लाखों लोग सड़कों पर उतर आए.
लोगों ने सरकार, कोर्ट और सेना के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के जजों पर तीखी टिप्पणी की गई और सेना प्रमुख के बारे में कहा गया कि वह मुसलमान ही नहीं हैं. कट्टरपंथियों ने फौज को कहना शुरू कर दिया कि वह आर्मी चीफ के खिलाफ बगावत करे. हालात बिगड़ता देख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को भी सामने आना पड़ा. उन्होंने एक विडियो संदेश में लोगों को समझाने की कोशिश की कि जजों ने जो फैसला दिया है वह इस्लामी कानून के मुताबिक दिया है. ऐसे में सभी को उसे स्वीकार करना चाहिए. उन्होंने हिंसा करने पर लोगों के खिलाफ ऐक्शन लेने की चेतावनी भी दी है.
2010 में चार बच्चों की मां आसिया का अपने मुस्लिम पड़ोसियों के साथ विवाद हो गया था. आसिया की गलती सिर्फ इतनी थी कि तेज धूप में उसे काम करते वक्त प्यास लग गई और उसने कुएं के पास मुस्लिम महिलाओं के लिए रखे गिलास से पानी पी लिया. इसके बाद मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि गिलास अशुद्ध हो गया. आसिया अपनी पड़ोसी महिलाओं को समझाने लगीं. उन्होंने ईसा मसीह और पैगंबर मोहम्मद की तुलना कर दी. इसके बाद पड़ोसियों ने उनपर ईशनिंदा कानून के तहत मामला दर्ज कराया. पिछले आठ वर्षों से आसिया जेल में हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने ईशनिंदा की आरोपी ईसाई महिला आसिया बीबी की फांसी की सजा को पलट दिया. यह फैसला आते ही पाकिस्तान के कई शहरों की मस्जिदों से लोगों को इकट्ठा करने के ऐलान होने लगे. कुछ ही घंटों में अलग-अलग जगहों पर सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और आगजनी करने लगे. इन प्रदर्शनों के कारण ज्यादातर हाइवे बंद हो गए.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कट्टरपंथी ताकतों ने पाकिस्तान के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन करते हुए आसिया को मारने की धमकियां दी हैं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पाकिस्तान में लगातार बिगड़ते माहौल को देखते हुए आसिया बीबी ने देश छोड़ने का निर्णय लिया है.
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के लाहौर, कराची और रावलपिंडी से लेकर राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों को जाम कर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है.
आसिया बीबी की रिहाई के विरोध में पाकिस्तान में कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक और आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के कट्टरपंथियों ने कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन किए हैं. शुक्रवार को भी पाकिस्तान के कई शहरों में प्रदर्शन हुए हैं, जिसके बाद लगभग पूरे देश में मोबाइल और इंटरनेट सेवा को सस्पेंड कर दिया गया है.