किशनगंज। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र की वास्तविकताओं और उसकी पीड़ा को लेकर एक बार फिर जोरदार संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हाल ही में जब वे सीमांचल के एक दूर-दराज गांव गए, तो उन्हें वहां की सामाजिक परिस्थितियों ने हिला दिया। हम नमाज पढ़ने के बाद बाहर आए तो वहां हमारी बहनें और माताएं खड़ी थीं। युवा, खासकर गरीब लड़के-लड़कियां, पहले ही पलायन कर चुके थे। केवल बुजुर्ग वहां मौजूद थे। लेकिन आठ साल के बच्चे ‘पतंग छाप’ का नारा लगा रहे थे। तेजस्वी जी, क्या आपने देखा कि सिर्फ आठ साल का बच्चा ‘पतंग छाप’ कह रहा है? लेकिन आप आसमान में उड़ रहे हैं, जमीन पर उतरने का समय नहीं निकाल पा रहे। सीमांचल के लोग आपको जमीन पर ला देंगे।
लड़ाई जारी रहेगी
ओवैसी ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक सीमांचल से न्याय और इंसाफ नहीं होगा, AIMIM इस लड़ाई को लगातार जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह इंसाफ, समानता और हिस्सेदारी की लड़ाई है।
न्याय दिलाने का समय आ गया है
सिमलबारी चौक, बायसी विधानसभा क्षेत्र में AIMIM उम्मीदवार गुलाम सरवर के समर्थन में आयोजित विशाल जनसभा में ओवैसी ने जनता से अपील की कि वे 11 नवंबर को ‘पतंग छाप’ पर क्लिक करके AIMIM को भारी मतों से जीत दिलाएं। उन्होंने कहा कि सीमांचल के लोग लंबे समय से उपेक्षित और वंचित रहे हैं और अब उन्हें न्याय दिलाने का समय आ गया है।
तेजस्वी से पूछा सवाल, क्यों चुप थे आप
ओवैसी ने तेजस्वी यादव की आलोचना करते हुए सवाल उठाया कि जब 2022 में सिवान में एक आठ साल के मासूम बच्चे को जेल में डाला गया था, तब बिहार के उपमुख्यमंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव क्यों चुप थे। उन्होंने कहा कि यह सवाल केवल राजनीति का नहीं है बल्कि मानवता और न्याय का है।
तेजस्वी ने नहीं की कोई पहल
उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव ने बच्चों और आम लोगों के अधिकारों के मुद्दे पर कोई पहल नहीं की, जबकि सीमांचल के लोग रोज़मर्रा की कठिनाइयों और अन्याय का सामना कर रहे हैं। ओवैसी ने तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका चरमपंथी (Extremist) कहना सिर्फ़ एक व्यक्ति की टिप्पणी नहीं है, बल्कि पूरे सीमांचल की जनता की भावनाओं का अपमान है।
जनता से बोले अब जागना होगा
ओवैसी ने सभा को संबोधित करते हुए बार-बार यह संदेश दिया कि सीमांचल की जनता को अब जागना होगा और अपनी पहचान और अधिकारों के लिए वोट का इस्तेमाल करना होगा। उन्होंने कहा कि AIMIM हर उस व्यक्ति और परिवार के साथ खड़ा है, जो लंबे समय से उपेक्षित रहा है। हमारी लड़ाई बच्चों और युवाओं के भविष्य, महिलाओं की सुरक्षा, और गरीबों की गरिमा के लिए है। यह किसी धर्म, जाति या राजनीति की लड़ाई नहीं है, बल्कि न्याय और समानता की लड़ाई है। जब तक सीमांचल से इंसाफ़ नहीं होगा, हम लड़ाई जारी रखेंगे ओवैसी ने जोर देकर कहा।
11 नवंबर को वोट देने की अपील
सभा में उपस्थित जनता ने भी ओवैसी की बातों का समर्थन करते हुए जोरदार नारे लगाए और 11 नवंबर को AIMIM को भारी मतों से जिताने का संकल्प लिया। यह सभा सीमांचल में AIMIM की बढ़ती राजनीतिक पैठ और स्थानीय मुद्दों पर उसकी सक्रियता को दिखाने वाला एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुई।
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