शब्बीर अहमद, भोपाल। इंदौर मॉब लिंचिंग मामले में सियासत तेज हो गई है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असुदुद्दीन ओवैसी को मामले में हस्तक्षेप न करने की सलाह दी है।
गृह मंत्री ने कहा कि ओवैसी को बता दूं कि ऐसे लोग जो 2-2 पहचान पत्र रखते हैं वो अपराधी हैं। मारपीट करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की है। ओवैसी इस मामले में हस्तक्षेप न करें। PFI को बैन करने का प्रस्ताव विचाराधीन है।
दरअसल इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले के साथ हुई मॉब लिंचिंग मामले में ओवैसी ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा था। उन्होंने मॉब लिंचिंग को गोडसे की हिन्दुत्ववादी सोच का नतीजा बताया है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ““विराट हिंदुत्ववादी” खुद को “विराट” महसूस करवाने के लिए कभी किसी मुसलमान फ़क़ीर को मारता है, तो कभी भीड़ इकट्ठा करके चूड़ी बेचने वाले को पीट देता है।ये कम-ज़र्फ़ी और कमतरी गोडसे की हिंदुत्ववादी सोच का नतीजा है।अगर समाज ये सोच का मुकाबला नहीं करेगा तो ये कैन्सर की तरह फैलती रहेगी।”
“विराट हिंदुत्ववादी” खुद को “विराट” महसूस करवाने के लिए कभी किसी मुसलमान फ़क़ीर को मारता है, तो कभी भीड़ इकट्ठा करके चूड़ी बेचने वाले को पीट देता है।ये कम-ज़र्फ़ी और कमतरी गोडसे की हिंदुत्ववादी सोच का नतीजा है।अगर समाज ये सोच का मुकाबला नहीं करेगा तो ये कैन्सर की तरह फैलती रहेगी https://t.co/A47R2Zartb
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 24, 2021