मनोज यादव, कोरबा- सीतामढ़ी के पास स्थित वैष्णो दरबार मंदिर के पास एक बच्चे की लाश मिली थी. बच्चे के चेहरे और सिर पर चोट के निशान थे. परिजनों ने घटना को साजिश बताया था. पुलिस ने मामले को संदिग्ध मान जांच शुरू की. पुलिस ने घंटेभर में ही हत्या का खुलासा कर दिया.
पुलिस टीम मौके पर पहुंच बारीकी से जांच करते पूछताछ शुरू की. कोतवाली थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना पर मौका मुआयना किया गया. मामला संदिग्ध मान मामले की जांच की गई तो छोटे लाल का नबालिग बेटा ही उत्तम का हत्यारा निकला.
छोटे लाल का नाबालिक बेटा दुकान पर बैठा हुआ था. उत्तम अपनी मौसी के साथ छोटे लाल के दुकान पर पहुंचा. उत्तम की मौसी दुकान पर अपने काम में लग गई. उत्तम और छोटे लाल का नाबालिग बेटा एक साथ दुकान पर बैठे हुए थे. दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ और हाथपाई हो गई.
इस दौरान छोटेलाल के नबालिग बेटे ने गमछी से उत्तम के गले को घोट दिया और उसकी मौत हो गई. दोपहर के वक्त सूनापन का फायदा उठाकर अपचारी बालक ने लाश को दुकान से कुछ दूरी पर सड़क किनारे फेंक कर दुकान बंद कर घर चले गया.
घटना की सूचना के बाद कोतवाली पुलिस सहित अधिकारी मौके पर पहुंचे तो अपचारी बालक भी मौजूद था और वो घटना को अंजान समझकर साथ ही घूम रहा था. पुलिस जब जांच कार्यवाही शुरू किया तो उसने अपना गुनाह कबूल क लिया.