सुप्रिया पाण्डेय रायपुर। कांग्रेस नेताओं की केंद्र से विशेष पैकेज की मांग कर किसानों को दो साल का बोनस दिलाने की मांग भाजपा नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा है. भाजपा सांसद सुनील सोनी ने तीखे स्वर में कहा कि गंगाजल लेकर कसम खाने वाले जब वादा पूरा नहीं कर सके तो भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं.

सुनील सोनी ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने से पहले विधानसभा में कांग्रेस ने एकमुश्त अंतर राशि देने का फैसला लिया था, और अब उसे 4 किश्तों में देने की बात कह रहे हैं, जब तक दूसरी फसल आ जाएगी. दरअसल, कांग्रेस की नियत खराब है. उन्होंने कहा कि गंगाजल लेकर आपने कसम खाई थी तो मोदी जी से नहीं पूछा था.

उन्होंने कहा कि झूठ की भी एक पराकाष्ठा होती है. दिमाग भी तनाव में आ गया है कि ये बोल क्या रहे हैं, और जनता भी समय आने पर इन्हें जवाब देगी. बेतुकी बातें करना कोई इनसे सीखे. भाजपा ने 2 साल का बोनस नहीं दिया था उसको मुद्दा आपने बनाया, शराबबंदी, कर्ज माफी, बेरोजगारी का मुद्दा आपने बनाया.

सांसद सोनी ने कहा कि आपके इस मुद्दे पर जनता बह गई और इतना बड़ा बहुमत मिलने के बाद आपको यह शब्द कहना अच्छा नहीं है, फिर भी कह रहा हूं, बकवास कर रहे हैं. आप जिस कुर्सी पर बैठे हैं, एक जिम्मेदार बातचीत होना चाहिए. आपकी बेलगाम बयानबाजी छत्तीसगढ़ में अराजकता की स्थिति पैदा कर रही है.

स्वामीनाथन कमेटी के डेढ़ गुना पैसे किसानों के खाते में भेजे जाने के सवाल पर सुनील सोनी ने कहा कि दोगुना राशि की बात हुई थी. इस पर लगातार प्रयास चल रहा है. थोड़ा समय लगेगा, लेकिन होगा. हम केवल बयानबाजी करने के लिए बयानबाजी नहीं कर रहे हैं. आने वाले समय में बहुत अच्छे परिणाम देखेंगे.

इसके अलावा प्रशासनिक फेरबदल पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के अंदर अधिकारिक अराजकता है. एक सिपाही को नहीं मालूम कि मैं कितने दिन रहूंगा, टीआई और एसपी को तो आप छोड़ दीजिए. पटवारी को नहीं मालूम कि वह कितने दिन रहेंगे, डिप्टी कलेक्टर और कलेक्टर का आप छोड़ दीजिए. यह जो थोक में लिस्ट निकल रही है, यह कहेंगे कि हमारी सरकार है, हमारे मुख्यमंत्री, हमारे मंत्री, जो चाहे वो करें, लेकिन जनता इससे परेशान हो रही है.

उन्होंने कहा कि हर अधिकारी, हर वर्ग के अंदर में अराजकता की स्थिति है, और अस्थिरता की स्थिति है, जिसके कारण जनता परेशान हो रही है. जनता के सारे काम लंबित हो रहे हैं. कानून व्यवस्था लड़खड़ाने का एक प्रमुख कारण यही है तो स्थिरता नहीं होने से जनता के सारे काम रुक गए, एक अजीबोगरीब बयानबाजी कर रहे हैं.

सीएम भूपेश बघेल के पीएम नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने पर सोनी ने कहा कि पूरे विश्व में महामारी फैली है. 1 दिन के कर्फ्यू में जनता का साथ मिला तो लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया. देश में 135 करोड़ की आबादी है, यहां की जनता ने दिखाया कि हम अनुशासित हैं. आजादी के बाद पहली बार यह देखने को मिला है, उसमें सहयोग करना चाहिए. यह राजनीतिक बयानबाजी करने का समय नहीं है, इस समय सहयोग करने की जरूरत है.

राज्य के बजट में 30 फीसदी कटौती के सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पास में नियम का अभाव है. इतना बढ़िया तरीके से सरकार चला सकते थे, अगर ईमानदारी होती तो दिमाग खुला होता. इनका दिमाग सिर्फ शराब तक ही सीमित है. इनको विकास की तरफ ले जाना पड़ेगा. जनता में केवल भ्रम पैदा करके मजाक कर रहे है.

सांसद ने कहा कि आर्थिक स्थिति को आप बता रहे हैं कि बहुत बेहतर है. वनोपज में नंबर वन है, अनेक जगह नंबर वन है, आर्थिक मंदी कभी नहीं आएंगी, तो फिर यह स्थिति क्यों पैदा हो रही है. छत्तीसगढ़ के अंदर में लोगों के साथ न्याय नहीं कर पाए. यह बयानबाज सरकार है, और इसके परिणाम 3 साल और प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ेगा.