रायपुर। आरंग के समीप लखौली में रेलवे पुल निर्माण के लिए महानदी की मुख्य नहर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे नहर में भरा पानी किनारों से लगे खेतों को जा रहा है, जिससे एक-दो नहीं बल्कि 8 गांवों के किसानों की फसल सड़ रही है. पानी भरे होने की वजह से किसान अपनी फसल तक नहीं काट पा रहे हैं.
राजधानी रायपुर से महज 32 किमी की दूरी पर स्थित आरंग के किसान ऐन धान कटाई के समय परेशानी का सामना कर रहे हैं. उनके खेतों के लिए जीवनदायिनी महानदी की नहर ही रेलवे की लापरवाही की वजह से परेशानी का सबब बन गई है. रेलवे ने ब्रिज निर्माण के लिए मुख्य नहर को बंद कर दिया है, इसकी वजह से नहरों में पानी ओवरफ्लो हो रहा है, जो किनारे के खेतों में भर रहा है.
प्रभावित होने वाले एक-दो नहीं बल्कि आठ गांंव के किसान हैं, जिनके सैकड़ों खेत में पानी भर गया है. हालत यह है कि फसल काटने के बाद उसे उठा नहीं पा रहे हैं, क्योंकि खेतों में पानी भरा है. ऐसे में खेतों में पड़े-पड़े धान की फसल सड़ रही है. महीनों तक खून-पसीना बहाने के बाद अब जब फसल की कीमत हासिल करने का अवसर आया है, तो उन्हें उल्टे नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसके लिए किसान रेलवे के साथ नहर परियोजना के अधिकारियों को लापरवाही कि जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
किसानों का कहना है कि एक-दो एकड़ नहीं बल्कि आठ एकड़ में लगी फसल को नुकसान पहुंचा है. इस नुकसान के बदले में वे प्रति एकड़ 50 हजार रुपए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. मांग पूरी नहीं होने पर किसान उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.