विप्लव गुप्ता, पेंड्रा। प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था के बाद भी मध्यप्रदेश की सीमा में लगे छत्तीसगढ़ के पेण्ड्रा मरवाही इलाके में मध्यप्रदेश का धान कोचियों और बिचौलियों के जरिये खपाया जा रहा है. तस्कर रात के अंधेरे में मध्यप्रदेश से धान लाकर छत्तीसगढ़ में खपा रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में आज प्रशासन ने एक धान से भरे माजदा को संदिग्ध परिस्थियों में जब्त किया है. मामला मरवाही के खुरपा निमधा मुख्य मार्ग का है.

प्रशासन को लगातार सूचना मिल रही थी कि सीमावर्ती मध्यप्रदेश से तस्कर धान लाकर छत्तीसगढ़ में कोचियों और बिचौलियों के जरिये यहां के धान खरीदी केंद्रों में खपा रहा है. तभी आज प्रशासन को सूचना मिली कि एक धान से भरी माजदा धनपुर खुरपा मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे संदिग्ध परिस्थियों में खड़ा हुआ है. ये मध्यप्रदेश के कोतमा में रहने वाले जैन ब्रदर्स के लोग है, जो लंबे समय से एमपी का धान छत्तीसगढ़ में खपाने का काम करते है.

सूचना पर मरवाही प्रशासन कि टीम मौके पर पहुंचकर धान से भरी माजदा में मौजूद जैन भाइयों से पूछताछ की पर इसमें से एक भाई मौका देखकर भाग निकला तो दूसरे के पास धान से जुड़ा किसी भी प्रकार का कोई भी दस्तावेज नहीं था. इस कारण प्रशासन ने धान से भरे माजदा वाहन CG10 Z 4918 को जब्त कर लिया है.

बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के कोतमा में रहने वाले जैन ब्रदर्स के सतेंद्र जैन और उसके भाई लगातार रात के अंधेरे में चोरी छिपे मध्यप्रदेश का धान छत्तीसगढ़ के धनपुर धोबहर इलाके में बड़े बिचौलियों और कोचियों के खनिहाल में रख देते और दिन के उजाले में किसी किसान के पट्टे के साथ खरीदी केंद्र में जाकर बेच देते हैं. वहीं मामले में प्रशासन की ओर से मरवाही तहसीलदार शशिकांत चौधरी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.