सत्यपाल राजपूत, रायपुर. अन्य सालों की तुलना में इस साल किसान धान खरीदी केंद्र कम पहुंच रहे हैं. खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि अब तक 12 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई है. पिछले साल इस समय तक 17 लाख से ज़्यादा मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी थी. इस बार पांच लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी कम हुई है. दिवाली फिर इसके बाद चुनाव में किसान व्यस्त थे, जिसके चलते खरीदी कम हो रही है.

इस पर कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 2018-19 में भी कांग्रेस के कर्ज माफी और धान खरीदी मूल्य को लेकर किसान इंतज़ार कर रहे थे और वो धान खरीदी केन्द्र में नहीं जा रहे थे. तो प्रदेश अध्यक्ष रहते भूपेश बघेल ने किसानों से अपील की थी कि घोषणा का उनको फ़ायदा मिलेगा. जिसके बाद किसान धान खरीदी केंद्र जाने लगे.

इस बार भी वही हालात हैं. किसानों की कर्ज़ माफ़ी और 3200 रुपया में धान खरीदी का वादा किया गया है. इसके लिए किसान इंतजार कर रहे हैं. किसानों का इंतजार बता रहा है कि मोदी की गारंटी को किसानों ने फेल कर दिया है और कांग्रेस 75 पार इस बार सरकार बना रही है. साथ ही कहा कि पिछले साल 2660 और 2640 रुपये में धान खरीदी की गई थी. इस साल 2800 रुपये के भाव से धान खरीदी हो रही है. कांग्रेस के वादे के अनुरूप 3200 रुपये में धान खरीदी की जाएगी.