पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। धान खरीदी योजना की तैयारी में प्रशासन से बिचौलिए आगे चल रहे हैं. ओड़िसा से धान लाकर किसानों के खेत खलिहान व घरों में डंप करना शुरू कर दिया है. इस पर पूर्व सरपंच ने प्रशासन से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों ने अमले को सक्रिय करने के साथ खुद भी जांच के लिए मैदान में उतर गए हैं.
प्रदेश में 1 दिसम्बर से समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू होने वाली है, इसके लिए शासन स्तर पर प्रारंभिक तैयारी शुरू कर दी गई है. पंजीयन की अंतिम तिथि को 15 नवम्बर तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है. खरीदी केंद्रों की तैयारी के अब तक निर्देश जारी नहीं हुए हैं, लेकिन देवभोग में ओड़िसा सीमावर्ती से लगे इलाके में जमे नामचीन कोचिये अभी से धान खपाने की तैयारी में जुट गए हैं.
नवरंगपुर व कालाहाण्डी जिले के सीमा से लगे सुकलीभांठा के पूर्व सरपंच दया बीसी ने 27 अक्टूबर को एसडीएम को पत्र लिख बिचौलियो की तैयारी का खुलासा किया है. दया बीसी ने बताया कि ओड़िसा से धान लाकर टोंगसीपारा नाला के पास दो जगह पर, दीवानमुड़ा में एक जगह पर और जामगुरियापारा में तीन जगह पर धान डंप किया गया है.
सीमा पर कड़े प्रतिबंध की वजह से बिचौलिए इस बार पहले से धान लाकर डंप कर रहे हैं. लाया गया धान किसान का ही लगे इसलिए खलिहान व उनके घरों में छोटे-छोटे लाट में डंप किया जा रहा है. ऐसे किसान जिनके फसल नहीं हुई या जिन्होंने धान बोए बगैर पंजीयन कराने में सफल रहे हैं, ऐसे किसानों की सूची बना कर 1200 से 1500 रुपए प्रति क्विटंल की दर पर घर पहुंच सेवा दी जा रही है. दया ने अभी से इन पर अंकुश लगाने की मांग की है.
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धान से लदा वाहन किया जब्त
ओडिसा के नूवापाड़ा जिले से धान लगातार देवभोग आने की सूचना मिलने पर तहसीलदार समीर शर्मा ने उस सीमा का औचक निरीक्षण किया. ओडिसा पासिंग मेटाडोर में धान भरकर सिनापाली पहुंचे वाहन को जब्त कर देवभोग पुलिस के सुपुर्द किया है. जांच के दौरान मंडी सम्बन्धी कोई भी दस्तावेज नहीं मिला. धान किस प्रयोजन से लाया गया था, उसकी तस्दीक के लिए वाहन को रोक कर रखा गया है.
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डंपिग पर कोटवारों को किया सक्रिय
एसडीएम टीआर देवांगन ने कहा कि धान लाने ले जाने पर अभी प्रतिबंध नहीं है, लेकिन वैधानिक दस्तावेज नही मिले या अगामी दिनों में समर्थन मूल्य केंद्रों में खपाने का प्रयोजन साबित हुआ तो उचित कार्रवाई होगी. पूर्व सरपंच के लिखित शिकायत के बाद सभी ग्राम कोटवारों को सक्रिय किया गया है. गांव मे बाहर के धान डंप होने की सूचना देने कहा गया है. किसानों की सलिप्तता पाए जाने पर उनके पंजीयन रद्द करने की भी कार्रवाई करेंगे.
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