रोहित कश्यप, मुंगेली. मुंगेली में खाद्य विभाग के लापरवाह अधिकारियों की वजह से एक किसान अपने ही धान को वापस पाने के लिए महीनों से विभागों के चक्कर लगाने को मजबूर है. इस किसान का कसूर सिर्फ इतना है कि यह धान खरीदी केंद्र में धान बेचने गया था, मगर बांटे गए टोकन रद्द हो जाने की वजह से इस किसान के धान को ही लावारिश समझ कर जब्त कर लिया गया.

पूरा मामला मुंगेली जिले के लालाकापा धान खरीदी केंद्र का है, जहां करीब एक माह पूर्व प्रकाश चंदेल नामक किसान अपने धान को बेचने के लिए केंद्र पहुंचा था, जहां उसे भी टोकन मिला था, लेकिन किसी कारणवश समिति के अधिकारियों ने टोकन को रद्द कर दिया, जिससे वह अपने धान को केंद्र से घर वापस ले जा रहा था. इसी दौरान फूड विभाग के अधिकारी वहाँ आ धमके और किसान के 21 बोरी धान को लावारिश समझ कर जब्त कर लिया …किसान अपने धान को वापस पाने के लिए धान खरीदी केंद्र से लेकर विभाग के अधिकारियों का चक्कर लगा रहा हैं, मगर अभी तक आश्वासन के अलावा कुछ नही हुआ.

पीड़ित किसान ने कलेक्टर से भी इस मामले में गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक परेशान किसान को न्याय नहीं मिला है. किसान ने आरोप लगाया है कि बिचौलिए बेख़ौफ अपना धान को केंद्रों में खपा रहे हैं, मगर अधिकारी ऐसे लोगो पर कार्यवाही करने की बजाय किसानों को परेशान कर रहे हैं, वहीं खाद्य विभाग के जिला अधिकारी राजेश जायसवाल भी अब इस मामले में पल्ला झाड़ते हुए यह कह रहे है कि बिचौलिए सक्रिय रहते हैं, इसी शंका में धान को जब्त किया गया हैं. यह मामला तो कलेक्टर न्यायालय में लंबित है.