रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर आज से धान और मक्के की खरीदी शुरू हो गई. इसके लिए विशेष तैयारी की गई है, ताकि कोई अव्यवस्था नहीं फैले. धान खरीदी की निगरानी खाद्य विभाग, मार्कफेड, नान, अपेक्स बैंक, भंडार गृह नगर निगम के अधिकारी करेंगे. कलेक्टरों ने नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए हैं.
प्रदेश के 1,333 प्राथमिक सहकारी समिति और 1992 उपार्जन केंद्रों में धान खरीदी की जा रही है. बता दें कि 31 जनवरी 2018 तक धान और 31 मई 2018 तक मक्के की खरीदी की जाएगी.
बता दें कि मोटा धान 1550 रु/क्विंटल और पतला धान 1590 रु/क्विंटल के रेट पर खरीदा जाएगा. इस बार 70 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है.
पहली बार टोकन सिस्टम से धान खरीदी
बता दें कि बस्तर और सरगुजा संभाग को छोड़कर पहली बार टोकन सिस्टम से धान खरीदी का प्रयोग किया जा रहा है. किसानों को पहले ही टोकन दे दिया जाएगा. साथ ही धान खरीदने के बाद उसी दिन किसानों के खाते में राशि जमा कर दी जाएगी.
इस बार पिछले साल की तुलना में 1 लाख से ज्यादा पंजीकृत किसानों की संख्या बढ़ी है. इस बार पंजीयन रकबा भी करीब 1 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है.
इस बार धान खरीदी में 50 फीसदी नए और 50 फीसदी पुराने बारदाने का इस्तेमाल होगा. 2016-17 में मिलर्स के बचे बारदानों का भी उपयोग किया जाएगा.
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दी शुभकामनाएं
प्रदेश के मुखिया डॉ रमन सिंह ने धान और मक्का खरीदी को लेकर किसानों को शुभकामनाएं दी हैं.
कांग्रेस ने लगाया आरोप
इधर कांग्रेस ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. उसका कहना है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की सीमा तय करना किसानों के साथ छल है.
कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने एक-एक दाना धान खरीदी का वादा किसानों से किया था, लेकिन अब सरकार ने इसकी लिमिट 15 क्विंटल प्रति एकड़ कर दी है. इसकी वजह से किसान सिर्फ 3 बार ही धान बेच पाएगा.