संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. लोरमी तहसील के डोंगरिया धान खरीदी केंद्र में खरीदी प्रभारी की एक बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. बता दें खरीदी केंद्र में पिछले दो दिनों से धान की खरीदी पूरी तरह बंद है. धान खरीदी प्रभारी की मनमानी की वजह से किसान अपने ही खून पसीने की कमाई धान को बेचने केंद्र के चक्कर लगाते हुए नजर आ रहे हैं.
खरीदी प्रभारी रामदीन जायसवाल के अनुसार, केंद्र में 40 गांव के किसान अपना धान समर्थन मूल्य में बेचते हैं. जिसमें अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र सहित पूरे वनांचल के 27 गांव के किसान जंगल के खराब रास्ते से होकर अपना धान किराए की गाड़ी से लेकर डोंगरिया खरीदी केंद्र में आते हैं. लेकिन उन्हें शाम होते ही यह कह कर लौटा दिया जाता है कि यहां पर बारदाने की कमी है, और सभी किसान मायूस होकर अपने घर लौट जाते हैं. विभाग के जवाबदार अधिकारी भी बारदाना नहीं होने की बात करते हुए अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
किराए के ट्रैक्टर पर लेकर आ रहे किसान धान
बता दे कुछ किसान ऐसे भी हैं जिनका एक सप्ताह पहले से ही धान बेचने टोकन काटा गया है, जिसके चलते किसान किराए की ट्रैक्टर से अपना धान समर्थन मूल्य में बेचने लंबी दूरी तय करके जंगल के रास्ते डोंगरिया धान खरीदी केंद्र आते हैं. बावजूद उसके उनके धान की तौलाई सही समय पर नहीं की जाती, जिससे किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बिचौलियों को खुलेआम कर रहे बारदाना वितरण
किसानों का आरोप है कि धान खरीदी प्रभारी सहित समिति के सदस्यों द्वारा एक तरफ किसानों को बारदाने के लिए लाइन लगवाकर चक्कर कटवाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ बिचौलिए जिनसे कमीशन लेकर उन्हें खुलेआम बारदाना वितरण किया जा रहा है, और उनकी धान की तौलाई भी कर दी जाती है. इस पूरे मामले की शिकायत लोरमी एसडीएम सहित मुंगेली कलेक्टर से की गई, जिसके बाद लोरमी एसडीएम मौके पर पहुँचे. उन्होंने जल्द ही धान खरीदी केंद्र में बारदाने की व्यवस्था करवाते हुए सुचारू रूप से धान की खरीदी कराने आश्वासन देते हुए नजर आए.