अभिषेक सेमर, तखतपुर. छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवम्बर से पूरे प्रदेश में धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन ज्यादातर केंद्र में धान खरीदी की महज औपचारिकता की गई, तो कहीं ऐसे भी केंद्र दिखे जिसमें महज तराजू की पूजा अर्चना कर मंडी प्रभारी किसानों की राह देखते बैठे रहे लेकिन एक भी किसान मंडी धान बेचने नही पहुंचा. जब इसकी वजह जानने की कोशिश की तो किसानों ने कहा कि धान पूरी तरह से पक नहीं पाई है, जिसके कारण किसान धान नहीं बेच रहे हैं.

वहीं जब धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया गया तो पता चला कि 17 धान खरीदी केंद्रों में महज 2 केंद्र में ही खरीदी की गई है. जिसमें मोछ धान खरीदी केंद्र में 75 क्विंटल 60 किलो, तो तखतपुर धान खरीदी केंद्र में 4 क्विंटल धान खरीदा गया है. बाकी 15 धान खरीदी केंद्र में एक भी किसान धान बेचने नहीं पहुंचे.

15 नवंबर के बाद ही बेच पाएंगे धान

जब धान खरीदी केंद्र में पहुंचकर किसानों से बातचीत की गई, तब किसान अवधेश कौशिक ने बताया कि सरकार 1 नवम्बर से धान खरीदी तो कर रही है, लेकिन अभी धान कटाई नहीं हुई है. लगभग 15 नवंबर के बाद ही किसान धान बेचने मंडी पहुचेंगे. वहीं मंडी प्रभारी ने कहा कि धान खरीदी की तैयारी पूरी है, लेकिन धान के फसल पूरी तरह नहीं पकने के कारण टोकन नहीं कट पाया था. जिससे किसान मंडी नहीं पहुंच रहे हैं. कारण यही है कि धान की खरदी इस बार जल्दी शुरू हो गई है.

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