रवि गोयल, जांजगीर-चांपा। जिले में धान का बोनस वितरण से पहले ही बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकारण के द्वारा जारी रिपोर्ट  के खुलासे के अनुसार जिले के 42 हजार 3 सौ 72 किसानों का आधार नंबर गलत पाया गया है. ऐसे में खाद्य विभाग सहित जिला प्रशासन सकते में है. ऐसे में अब विभाग गलत आधार नंबर एंट्री करने वाले आपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. ये गड़बड़ी जिले के 28 धान खरीदी केन्द्रों में हुई है.

जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी वर्ष 2016-17 में 121 समितियों के माध्यम से 206 केन्द्रों में की गई.  इसका बोनस देने की घोषणा सरकार ने की है, ऐसे में जिले के किसानों को प्रदेश में सर्वाधिक 2 अरब 10 करोड़ का बोनस मिलना है.  इससे लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या 1 लाख 26 हजार हैं.

जनकारी के अनुसार इनमें से 1471 किसानों ने अपना आधार नंबर नहीं दिया. वहीं बड़े पैमाने पर किसानों का आधार गलत होने की आशंका पर इसे जांच के लिए यूएआईडीआई (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के पास भेजा गया. जानकारी के अनुसार प्राधिकरण ने 28 समितियों के 42 हजार 3 सौ 72 किसानों का आधार नंबर गलत होने की पुष्टि की है. इससे जिला प्रशासन सहित खाद्य अमले में हड़कंप है.

इस मामले में जिला खाद्य अधिकारी केके घोरे ने बताया कि इसके लिए जिम्मेदार 28 डाटा ऐण्ट्री आपरेटरों को बर्खास्तगी के लिए कलेक्टर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है वहीं सहकारी बैंक के नोडल और उपपंजीयक को गलती सुधारने के लिए सप्ताह भर का अल्टीमेटम दिया गया है. अन्यथा की स्थिति में उनपर भी बड़ी कार्यवाई हो सकती है.