सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। धान बेचने से वंचित उन किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है जिनका टोकन तो कट गया था लेकिन धान खरीदी नहीं हो पाई थी. ऐसे किसानों की धान खरीदी बुधवार से सरकार ने फिर से शुरु कर दी है. सरकार ने ऐसे वंचित किसानों को तीन दिन का मौका दिया है.
कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि टोकन काटे गए थे लेकिन बारिश होने के कारण किसानों की धान खरीदी नहीं हो पाई थी. पूरे प्रदेश में टोकनधारी किसान लगातार सरकार से मांग कर रहे थे, जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने उनके लिए घोषणा की थी कि जिनके टोकन कट गए हैं और जिनका ध्यान प्राइमरी सोसाइटी में आ चुका है उनके धान की खरीदी की जाएगी . उसी के तहत 3 दिन के लिए हम लोगों ने खरीदी फिर से प्रारंभ किया है. चूंकि किसान का धान सोसाइटी में आ चुका है तो उस धान की खरीदी इन दिनों में हम लोग कर लेंगे.
कृषि मंत्री ने कहा छत्तीसगढ़ में लगभग 16 महीने की सरकार में मैं समझता हूं कि सबसे ज्यादा खुश अगर कोई वर्ग हुआ है तो किसान ही है और हमारा सौभाग्य है कि मुख्यमंत्री स्वयं किसान हैं, इसलिए हमारे कृषि और किसानों की बातों को ज्यादा ध्यान से सुनते हैं इस लॉकडाउन के समय में 4 राज्यों ने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की है. केंद्र सरकार ने सांसदों के सांसद निधि में भी कटौती कर दी और ऐसी परिस्थिति में अगर किसानों के खाते में धान के अंतर की राशि पहले किस्त के रूप में लगभग पंद्रह सौ करोड़ रुपए, गन्ना का समर्थन मूल्य बढ़ाकर लगभग 2 सौ करोड़ रुपए और अन्य योजनाओं से लगभग 1 हजार करोड़ रुपये, इसका मतलब है खरीफ सत्र के पहले किसानों के खाते में लगभग 3 हजार करोड़ रुपए अगर डालने की किसी ने हिम्मत की है तो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की है इसलिए किसान प्रसन्न ह