भुवनेश्वर. पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित कमला पुजारी (Kamala Pujari) का एससीबी मेडिकल कॉलेज, कटक में निधन हो गया. जैविक खेती और स्थानीय धान की किस्मों के संरक्षण में उनके योगदान के लिए जानी जाने वाली कमला पुजारी को स्वास्थ्य समस्याओं के कारण दो दिन पहले भर्ती किया गया था. अस्पताल प्रबंधन ने शनिवार को बताया कि कमला पुजारी का निधन हृदय गति रुकने से हुआ, जब वह एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में इलाज के दौरान थीं. जैविक खेती और स्थानीय धान की किस्मों के संरक्षण में उनके योगदान के लिए प्रसिद्ध, कमला पुजारी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण दो दिन पहले एससीबी में भर्ती कराया गया था. अस्पताल सूत्रों ने बताया कि उनकी मृत्यु हृदय गति रुकने से हुई.

कोरापुट की इस आदिवासी महिला ने जैविक कृषि में अग्रणी कार्य किया. इसी कारण से उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. पुजारी ने 2002 में जोहान्सबर्ग, दक्षिण अफ्रीका में ‘इक्वेटर इनिशिएटिव अवार्ड’ जीतकर राज्य का नाम रोशन किया.

Kamala Pujari के निधन पर मुख्यमंत्री ने जताया शोक

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने कमला पुजारी के निधन पर शोक व्यक्त किया. “पद्म श्री कमला पुजारी ने स्थानीय धान की किस्मों और अन्य बीजों को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया. पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनका योगदान अपार था जिसे ओडिशा और देश कभी नहीं भुला सकते.”