Pahalgam Terror Attack: नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है. इस बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तीनों सेना प्रमुखों, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ हाई लेवल बैठक की. इस अहम बैठक में पीएम मोदी ने सेना को “पूरी छूट” देने का एलान किया है.

सेना को मिली खुली छूट

सूत्रों के अनुसार, यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बड़े फैसले लिए गए. प्रधानमंत्री मोदी ने साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त जवाब देना हमारा अडिग राष्ट्रीय संकल्प है. उन्होंने कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई कब हो, कैसे हो और किसे टारगेट किया जाए. यह तय करने की पूरी आजादी अब सेना के पास है. उन्होंने भारतीय सैन्य बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास व्यक्त किया.

आतंकियों को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इस नृशंस हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि हमले में शामिल आतंकियों और उनके सरपरस्तों को पृथ्वी के अंतिम छोर तक ढूंढा जाएगा और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो उनकी कल्पना से भी परे होगी.

अब तक उठाए गए ये सख्त कदम

भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले ही कई कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को अस्थायी रूप से स्थगित करना शामिल है. वहीं, सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर तैनात विशेष सैन्य इकाइयों को ऑपरेशनल रेडीनेस मोड में रखा गया है.

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में मौजूद आतंकी लॉन्चपैड्स पर लगातार निगरानी की जा रही है. निगरानी ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स के जरिए आतंकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है.

पहलगाम हमले के बाद, सैन्य बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है, नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर विशिष्ट इकाइयों को ऑपरेशनल रेडीनेस मोड में रखा गया है. निगरानी ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और इलेक्ट्रॉनिक इंटरसेप्ट्स पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकी लॉन्चपैड्स की गहन निगरानी कर रहे हैं.