अखिलेश जायसवाल/आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. जिले में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. दरअसल आज सुबह भोर में करीब 3 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया. जिसमें एक इंजीनियर छात्र की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य छात्र घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है जिसे रायपुर रेफर किया गया है. मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है.
मिली जानकारी के मुताबिक ये चारों जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र है. छात्रों ने रात में जमकर जाम छलकाए और फिर सिगरेट पीने की लत ने इन्हें मौत की ओर खींच ले आई. चारों छात्र गुरुवार की सुबह करीब 3 बजे हॉस्टल से एक ही बाइक में सवार होकर बस स्टैंड की ओर सिगरेट पीने जा रहे थे. तभी इनकी तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित हो गई और जगदलपुर के अनुपमा चौक के पास ट्रैफिक सिग्नल से जा टकराई.
एक की मौत, एक की हालत नाजुक
बाइक टैफिक सिग्नल से जैसे ही टकराई एक छात्र की सिर पर गहरी चोट आने की वजह से मौके पर ही मौत हो गई. बाकी तीन छात्र घायल हो गए. सभी घायल छात्रों को जगदलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज जारी है. वहीं छात्र की हालत नाजुक होने की वजह से रायपुर रेफर कर दिया गया है. बाकी दो छात्र का जगदलपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
हॉस्टल प्रबंधन ने जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला
इस संबंध में जब हमने हॉस्टल प्रबंधन से बात की तो उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया. उनका कहना है कि इतने छात्र रहते है किस किस की देखभाल करें. सब मनमानी करते है. इससे साफ जाहिर होता है कि हॉस्टल प्रबंधन भी इन्हें रोक नहीं पाती है. सिर्फ सरकार से वहां बैठे-बैठे वेतन ले रही हैं. जबकि वहां हॉस्टल बंद होने का समय 9 बजे है जिसके बाद सभी छात्रों को बाहर जाने से रोक लगा दी जाती है. इसके बावजूद भी हॉस्टल में शराब पीना औऱ सिगरेट पीने के लिए बाहर निकल जाना समझ से परे है. इसमें हॉस्टल प्रबंधन की घोर लापरवाही उजागर हो रही है.
कुछ छात्रों ने बताई हकीकत
हॉस्टल के कुछ छात्रों ने नाम नहीं बताने की सर्त पर बताया कि हॉस्टल में दो गार्ड की तैनाती की गई है, लेकिन वो भी मौजूद नहीं रहते है. यहां तक की गॉस्टल वार्डन भी यहां नहीं रहते हैं. उनकी जगह पर असिस्टेंट वार्डन रहते हैं, लेकिन वो भी यहां से नदारद रहते है. उनका कहना है कि छात्र रात में शराब पी रखे थे उसके बाद सिगरेट पीने की लत से वो हॉस्टल से बाहर गए हुए थे. जिस कारण ये हादसा हुआ है.
ऐसे कई हॉस्टल हैं जहां रात में छलकते हैं जाम
अब देखना यह होगा कि कब तक इस तरह हॉस्टल प्रबंधन लापरवाही बरतती रहेगी और रात में छात्रों को बाहर निकलने देगी. हम आपको बता दें कि यह एकलौता कॉलेज नहीं है जिसमें जाम छलकाए जाते है बाकी ऐसे कई हॉस्टल है जहां खुलेआम शराब पी जाती है, लेकिन कोई इन्हें रोकने वाला नहीं होता है. देखना यह होगा कि अब इस मामले में क्या कोई कार्रवाई होती है या फिर यह सिलसिला यूं ही बदस्तूर जारी रहेगा.