नई दिल्ली. पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने एक बार फिर से कश्मीर का राग अलापा है.
भारत के साथ 1965 में हुए जंग की 53वीं वर्षगांठ पर बाजवा ने कहा कि वे कश्मीर के भाइयों और बहनों के साथ है. उन भाइयों और बहनों को सलाम करते हैं जो आजादी की लड़ाई के लिए कुर्बानी दे रहे हैं. इतना ही नहीं अपनी हरकतों से बाज नहीं आनेवाले बाजवा ने कहा, ‘उनकी कुर्बानी को बेकार नहीं जाने देंगे. हम सरहद पर बहे लहू का हिसाब लेंगे.’
1965 के युद्ध को पाकिस्तान रक्षा दिवस के रूप में मनाता है. इस्लामाबाद में आयोजित कार्यक्रम में पीएम इमरान खान, राष्ट्रपति ममनून हुसैन मौजूद थे. इनकी मौजूदगी में बाजवा जहरीले बोल बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि पिछले दो दशक से युद्ध के तरीके बदल गए हैं. पाकिस्तान को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है. अब तक वतन की रक्षा में 76,000 सैनिकों ने जान गंवाई है. इनकी कुर्बानी बेकार नहीं जाएगी.