भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाए जाने पर भारत ने पाकिस्तान को चेताया है कि अगर सजा पर अमल किया गया तो द्विपक्षीय संबंधों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. साथ ही सरकार ने यह भी साफ किया कि वह जाधव को बचाने के लिए ‘परिपाटी से हटकर’ कदम उठाएगी. इस पर पाकिस्तान ने सफाई दी है कि जाधव के केस में तय कानूनी प्रक्रिया पर अमल हुआ है. पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान की संसद में यह बयान दिया.
उन्होंने कहा कि 60 दिन के अंदर जाधव अपनी सज़ा के खिलाफ अपील कर सकते हैं.
इधर भारत में संसद के दोनों सदनों में दिए गए अपने बयान में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार और भारत के लोग इस घटना को काफी गंभीरता से ले रहे हैं, जिसमें बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए हुए पाकिस्तान में एक निर्दोष भारतीय नागरिक को मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, हमारे पास इस सजा को सुनियोजित हत्या का कृत्य मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.