दिल्ली. पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिल पर हुए आत्मघाती हमले के बाद से पूरे विश्व से पाकिस्तान पर उंगलियां उठ रही है। भारत इस हमले को लेकर आतंकी देश की घेराबंदी करने में जुट गया है।
पहले पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छिना, फिर श्रीनगर-मुजफ्फराबाद बस सेवा बंद की और आज पाकिस्तान को भारत के हिस्से का दिया जाने वाला पानी बंद कर दिया। भारत की कार्रवाई से पाकिस्तान लगातार परेशान है। गुरुवार को इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समीति की बैठक बुलाई जिसमें आर्मी के शीर्ष ऑफिसर मौजूद थे।
इस बैठक में इमरान खान ने बढ़ते वैश्वक दवाब के बाद मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगाया। यहीं नहीं पाकिस्तान ने एक बार फिर कहा है कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया गया। प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘गैरकानूनी करार दिए गए संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का फैसला बैठक में लिया गया। यह तय किया गया कि गृह मंत्रालय द्वारा जमात-उद-दावा और फलह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित किया जाए।’