प्रतीक चौहान. रायपुर. कोंडागांव में पकड़ाए कथित पश्चिम बंगाल के मजदूरों को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के सोशल मीडिया में वीडियो पोस्ट करने के बाद बवाल मचा हुआ है. लेकिन इस मामले में कोंडागांव पुलिस की तरफ से आधिकारिक बयान अब भी नहीं आया है. लेकिन इस बीच लल्लूराम डॉट कॉम के पास एक पुख्ता जानकारी मिली है.


जिन मजदूरों को पकड़ा गया था उनका पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है. सूत्र ने बताया कि पकड़ाए मजदूरों के मोबाइल से पाकिस्तान के नंबर में बातचीत के प्रमाण मिले हैं. लल्लूराम डॉट कॉम के पास वो मोबाइल नंबर मौजूद है, जो इनमें से एक मजदूर के मोबाइल से पुलिस को मिला है. उक्त मजदूर कुछ साल पहले कुवैत भी गया था.

इन मजदूरों के पास से जो आधार कार्ड मिले हैं वो भी जांच के दायरे में है. कुछ आधार कार्ड में फ्रंट और बैक में तारीख अलग-अलग लिखी हुई है. कुछ आधार कार्ड में इन मजदूरों ने बच्चे की फोटो लगाकर रखी है. हालांकि पुलिस की ओर से इस मामले में जब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आता तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. वहीं इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस से भी मजदूरों का वैरिफिकेशन कराए जाने की बात सामने आई है.
इस कार्रवाई से उठते सवाल
- अब सवाल ये है कि यदि मजदूरों में से एक पाकिस्तान से संपर्क में था तो पुलिस इस एंगल से जांच क्यों नहीं कर रही ?
- ये पुलिस और सुरक्षा एजेंसी के लिए भी जांच का विषय है कि क्या सच में मजदूर संपर्क में था या उसके मोबाइल में महज कोई फेक साइबर ठग का कॉल आया था ?
- इस मामले में पुलिस कोई आधिकारिक बयान देने से क्यों बच रही है ?