पाकिस्तान अब चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे यानि सीपेक के लिये 2.7 बिलियन डालर लगभग करीब बीस हजार करोड़ रुपये का कर्ज चीन से लेगा। सीपेक के अधूरे काम पूरा करने व अन्य कामों के लिए पाकिस्तान को 6.3 बिलियन डालर चाहिए लेकिन उसका खजाना बिल्कुल खाली है। इसलिए पाकिस्तान अभी पहली किश्त के रूप में 2.7 बिलियन डालर का कर्ज चीन से ले रहा है। जिससे उसके रूके हुए काम फिर से शुरू किए जा सकें।
दरअसल, पाकिस्तान ऐसे समय में कर्ज ले रहा है जब कोरोना महामारी को लेकर वह दिवालिया होने की स्थिति में है। वित्त मंत्रालय ने इस कर्ज पर अपनी सहमति दे दी है। अब चीन अपनी अगले वर्ष की सभी योजनाओं को इस माह ही अंतिम रूप दे रहा है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान कर्ज एक फीसद ब्याज पर लेना चाह रहा है। चीन की तरफ से यह साफ नहीं है कि वह उसकी इस शर्त पर राजी है या नहीं। पाकिस्तान को कई योजनाओं में चीन सहयोग कर रहा है लेकिन वो पाकिस्तान से इसकी तगड़ी कीमत भी वसूल कर रहा है।