पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ गुपचुप समझौते के बाद रेयर अर्थ खनिज की पहली खेप अमेरिका भेज दी गई है। इसके लिए पाकिस्तान ने अमेरिका की एक कंपनी के साथ 50 करोड़ डालर का समझौता किया है।

इस गोपनीय समझौते और पहली खेप भेजे जाने के बाद अमेरिकी कंपनी के बयान से हुए खुलासे से पाकिस्तान में हंगामा मच गया है। इमरान खान की पार्टी पीटीआइ ने इसका कड़ा विरोध किया है। पार्टी ने कहा कि इस समझौते के प्रविधानों को जनता और संसद से छिपाकर रखा गया है।

ट्रंप और मुनीर की हुई थी मुलाकात

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की ओर से यूएस स्ट्रेटेजिक मेटल्स (यूएसएसएम) ने पाकिस्तानी सेना की मिलिट्री इंजीनियर संस्था फ्रंटियर वक्र्स आर्गनाइजेशन के साथ समझौता किया। इसके तहत एंटीमनी, कापर कंसंट्रेट और रेयर अर्थ तत्व नियोडिमियम और प्रेसियोडिमियम की नमूना खेप सितंबर महीने में अमेरिका भेजी गई है।

बता दें कि कुछ महीने पहले व्हाइट हाउस ने एक तस्वीर जारी की थी जिसमें पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ट्रंप को रेअर अर्थ मिनरल का एक बाक्स दिखा रहे थे। पाकिस्तान ट्रंप को खुश करने के लिए बलूचिस्तान के रेअर अर्थ का लालच दे रहा है जिसको लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव चल रहा है।

डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान खान की पार्टी ने मांग की है कि इस गोपनीय समझौते के हर प्रविधान को सार्वजनिक किया जाए। पीटीआइ के सूचना महासचिव शेख वक्कास अकरम ने कहा कि इससे पहले अमेरिका को पासनी बंदरगाह सौंपने का प्रस्ताव भी गुपचुप तरीके से आगे बढ़ा दिया गया।

पाकिस्तान में खनिज भंडार

इस तरह के समझौतों से देश में उथल पुथल के हालात पैदा हो सकते हैं। वहीं, अमेरिकी कंपनी यूएसएसएम के सीईओ स्टैसी डब्ल्यू हैस्टाई ने इस समझौते को दोनों देशों के बीच नए अध्याय की शुरुआत बताया है। डान की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में छह ट्रिलियन डालर का रेयर अर्थ खनिज भंडार है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m