दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीते 14 फरवरी को सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले के सबूत भारत ने दुनिया भर को दिखाए हैं और इस हमले की जिम्मेदारी खुद पाक समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी लेकिन पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान यह मानने को तैयार नहीं है कि उसकी धरती से आतंकी कैंप चल रहे हैं।

पाकिस्तान ने कहा है कि भारत की बताई गई 22 लोकेशंस में से एक भी जगह पर आतंकी शिविर का वजूद नहीं है और भारत द्वारा निवेदन किए जाने पर वह उन जगहों पर उसे जाने देने के लिए भी तैयार है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने दावा किया है कि पुलवामा हमले को लेकर 54 लोगों से पूछताछ की जा रही है लेकिन अब तक उनका आतंकियों से कोई लिंक नहीं मिला है।

भारत ने करीब 72 देशों को इस हमले में पाकिस्तान के शामिल होने के सबूत दिखाकर साधा था और उसके बाद 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जैश आतंकियों के सबसे बड़े कैंप को तबाह कर दिया था।