इस्लामाबाद। भारत में जब भी डॉन की बात होती है, तो दाउद इब्राहिम का नाम जहन में उभर जाता है. पाकिस्तान ने भारत के इस डॉन को अपने यहां शरण दी हुई है, लेकिन पाकिस्तान में भी दाउद इब्राहिम की तरह एक डॉन हुआ करता था अमीर ट्रकांवाला, जिसे चंद रोज पहले शादी समारोह में अज्ञात हत्याओं ने गोलियों से छलनी कर दिया. यह घटना पाकिस्तान में खूब सुर्खियां बटोर रही है. इसे भी पढ़ें : बिरनपुर हिंसा की होगी सीबीआई जांच, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की विधानसभा में घोषणा…
पाकिस्तान के बड़े डॉन में शुमार किया जाने वाला अमीर टीपू बलाज ट्रकांवाला बीते 18 फरवरी को अपने करीबी दोस्त हमजा की बहन की शादी समारोह में शामिल हुआ. समारोह में अमीर ट्रकांवाला खास दोस्तों के साथ बैठा हुआ था. इस दौरान सेल्फी लेने के बहाने उसके करीब पहुंचे शख्स ने कपड़ों में छुपाए ऑटोमेटिक हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया. इस पर हरकत में आए अमीर के सुरक्षा गार्डों ने जवाबी फायरिंग में हमलावर को मौके पर ही मारा दिया.
इसे भी पढ़ें : CG BREAKING: जंगल में जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, कई माओवादी घायल, भारी मात्रा में जब्त की नक्सल सामग्री…
अमीर को उपचार के लिए तत्काल लाहौर के जिन्ना अस्पताल ले जाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही वह दम तोड़ चुका था. अमीर की मौत की खबर पिछले कई दिनों से पाकिस्तान के हर न्यूज चैनल पर चुनाव की खबरों को पीछे छोड़ते हुए सरपट दौड़ने लगी. सवाल यह है कि आखिर अमीर टीपू ट्रकांवाला की मौत की खबर हर न्यूज चैनल पर सुर्खियों में क्यों थी? अमीर था कौन?
इसे भी पढ़ें : न्योता भोज : मुख्यमंत्री साय ने बाजू में बैठे बच्चों को दी अपनी थाली की मिठाई…
आजादी के पहले से ही लाहौर में दबदबा
अमीर ट्रकांवाला लाहौर का वो डॉन था, जो पाकिस्तान सरकार की सूची में सबसे पहले नंबर पर आता था. अमीर ट्रकांवाला ऊपर से डॉन बनना लिखवा कर लाया था, अमीर के दादा बिल्ला ट्रकांवाला और उसके पिता आरिफ टीपू ट्रकांवाला भी बतौर डॉन शुमार किए जाते थे. कहानी और भी पीछे जाती है. आजादी के पहले से ही लाहौर के मशहूर शाह आलम मार्केट में ट्रकांवाला परिवार का इस हद तक दबदबा था कि बाकायदा यहां उनकी गद्दी लगा करती थी.
इसे भी पढ़ें : राजिम माघी पुन्नी मेला संशोधन विधेयक सदन में पारित, ‘कुंभ कल्प मेला’ के नाम से अब देश में होगी पहचान…
बाप की मौत का बदला लेने बनते गए डॉन
पहले परदादा, फिर दादा और फिर बाप की हत्या. इस तरह से चल रहे हत्याओं के क्रम में दुबई में परिवार के साथ हंसी-खुशी रह रहे अमीर ट्रकांवाला भी पाकिस्तान आकर पारिवारिक काम में लग गया. लेकिन अमीर की मौत के बाद अब उसके बच्चों के छोटे होने की वजह से इस परिवारिक काम पर अंकुश लगने की तैयारी मानी जा रही है. लेकिन भविष्य के बारे में कोई भी स्पष्ट दावा नहीं कर सकता है.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक