ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचा, इसका अंदाजा वहां के डिप्टी पीएम और विदेश मंत्री इशाक डार के बयान से लगाया जा सकता है. इशाक डार ने कहा है कि भारत ने 36 घंटों में कम से कम 80 ड्रोन दागे थे. इसके साथ ही उन्होंने कबूल किया है कि भारतीय ड्रोन हमलों में रावलपिंडी में स्थित नूर खान एयरबेस भी डैमेज हुआ. पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बयान पर, लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) कवल जीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि इशाक डार एक पक्के झूठे हैं, लेकिन आखिर में वह सच भी बोलते हैं.
उन्होंने कहा कि जब वे कहते हैं कि 79 में भारत ने 80 ड्रोन दागे थे, तो वे निशाना लगा सकते थे. सिर्फ़ एक ड्रोन नूर खान पर लगा, जिससे कुछ मामूली नुकसान हुआ और कुछ मामूली चोटें आईं. उनकी अपनी समा टीवी वेबसाइट ने 14 अगस्त, 2025 को उनके स्वतंत्रता दिवस पर ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय कार्रवाई में मारे गए, 138 वीरता पुरस्कार विजेताओं के नाम प्रकाशित किए. ये उन्हें मरणोपरांत पुरस्कार दिए गए.
केजेएस ढिल्लों ने कहा कि अगर 138 लोगों को मरणोपरांत पुरस्कार दिए गए, तो इसका मतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सैन्य कार्रवाई के कारण कम से कम 400 से 500 लोग मारे गए थे. उनके लिए यह कहना कि कुछ मामूली चोटें आईं, यह बात मेल नहीं खाती. नूर खान बेस में आग लगी हुई थी. वीडियो पाकिस्तानी नागरिकों ने जारी किए थे. उनके सभी ग्यारह एयर बेस बहुत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे. हमने नुकसान की अलग-अलग तस्वीरें, वीडियो दिखाए हैं, लेकिन वे अपना झूठ बोलते रहेंगे.”
पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों पर हुआ था असर
पाकिस्तान की सरकार ने शनिवार को इस बात को माना कि इस साल मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के स्ट्रेटेजिक और सटीक हमलों का उनके मिलिट्री ठिकानों पर असर हुआ था. यह हमला भारत ने अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया था, जिसमें 26 नागरिकों की जान चली गई थी.
न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने साल के आखिर में अपनी प्रेस ब्रीफिंग में इस बात की पुष्टि की कि भारत ने रावलपिंडी के चकाला में उनके नूर खान एयर बेस को निशाना बनाया था. इससे उनके मिलिट्री इंस्टॉलेशन को नुकसान पहुंचा और वहां तैनात जवान भी घायल हुए.
इशक डार ने क्या कहा ?
इशाक डार ने कहा, ‘भारत ने थोड़े ही समय में बड़ी संख्या में ड्रोन पाकिस्तानी क्षेत्र में दागे.’ उन्होंने दावा किया कि कम से कम 80 ड्रोन 36 घंटों के भीतर सीमा पार कर गए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने उनमें से 79 को रोक लिया, लेकिन एक ड्रोन सैन्य ठिकाने से टकरा गया, जिससे कुछ लोग घायल हो गए.
डार ने कहा, प्रधानमंत्री शहबाज शरीक के नेतृत्व में पाकिस्तान के नागरिक और सैन्य नेतृत्व 9 मई की रात को हमले के बाद बने हालात पर चर्चा की थी. इस दौरान कई फैसलों को मंजूरी दी गई थी. भारत ने 10 मई को नूर खान एयरबेस पर हमला करके गलती की. इससे एक बार फिर हमले की पुष्टी हुई है. नूर खान एयरबेस रावलपिंडी में स्थित एक प्रमुख पाकिस्तान वायुसेना एयरबेस है. यह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों द्वारा टारगेट किए 11 एयरबेस में से एक था. इनके अलावा सरगोधा, रफीकी, जैकोबाबाद और मुरीद के एयरबेस शामिल थे.
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