छत्तीसगढ़ प्रदेश के लगभग सात से आठ हजार छत्तीसगढ़िया जनसंख्या जो पढ़ाई या रोजगार के लिए पूरे विश्व में निवासरत हैं, उन सब की ओर से मैं आपके चैनल और अखबार के माध्यम से छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को पुनः धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने छत्तीसगढ़ कि अस्मिता और प्रतिष्ठा को देश विदेश में संचारित करने के लिए बहुप्रत्यक्षित एनआरआई सेल (NRI CELL) का गठन करने का निर्णय लिया है. साथ ही मैं मुख्यमंत्री का विशेष रूप से आभारी हूं कि उन्होंने इस नवगठित NRI CELL के समन्वयक के रूप में मुझे नियुक्त कर मुझ पर अपना भरोसा जताया और मुझे एक अहम जिम्मेदारी सौपी है. जिसे मैं पूरी निष्ठा से निभाने के लिए संकल्पित हूं. ये बातें छत्तीसगढ़ एनआरआई सेल बोस्टन अमेरिका के संयोजक पल्लव शाह ने कही.

सर्वप्रथम शीघ्र ही इस सेल के गठन की औपचारिकताओं को पूर्ण कर इस सेल की रूप रेखा, रूल बुक, अहम् कार्य और कायक्षेत्र निश्चित किया जाएगा. इसके बाद तय दिशा निर्देशों अनुसार कार्ययोजनाओं का निर्णय लेकर उन पर कार्य किया जाएगा. यह सेल मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में ना केवल अप्रवासी छत्तीसगढ़िया जनसंख्या को छत्तीसगढ़ प्रदेश के विकास में सम्मलित करने की दिशा में कार्यरत रहेगा बल्कि संग में छत्तीसगढ़ की बहुमूल्य प्राचीन धरोहर, संस्कृति, पर्यटन इत्यादि के प्रचार प्रसार और अन्य सम्भावनाओं को तलाशने का प्रयत्न करेगा. इसके अलावा इस सेल के माध्यम से विदेशों में बसें छत्तीसगढ़िया जनसंख्या के अनुभवों और योग्यताओं के अनुसार शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि के क्षेत्रों योगदान कि सम्भावनाओं को तलाशा जाएगा. उदाहरण के लिए जैसे कि प्रदेश में स्थापित हो रहे स्वामी आत्मानंद आंग्ल माध्यम विद्यालयों में अपने अनुभवों से क्या योगदान किया जा सकता है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुपोषण के क्षेत्र में क्या किया जा सकता है. इसका भी प्रयत्न किया जाएगा. प्रदेश कि महिलाओं को और सक्षम और आत्मनिर्भर कैसे बनाया जाये इसके लिए भी प्रयत्न किया जा सकता है। ऐसे ही कई कार्य है जिनमे अप्रवासी जनसंख्या को सम्मलित करने को प्रेरित कर भारत का सबसे समृद्ध राज्य बनाने का प्रयास किया जाएगा.

पिछले दिनों कुछ अखबारों और चैनल के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि अमेरिका में पंजीकृत एक NGO ने जो अनाधिकृत रूप से स्वयं को छत्तीसगढ़ प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने का दुष्प्रचार करता है, उसके किन्ही पदाधिकारियों ने सीएम के द्वारा गठित एनआरआई सेल के गठन की घोषणा को चुनौती दी है. इन तथाकथित पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपने पत्र के माध्यम से ना केवल धमकाने का प्रयत्न किया है, बल्कि समस्त शासन एवं प्रशासन को भी चुनौती दी है, जिसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. इस संस्था के पदाधिकारियों द्वारा शासन के निर्णय का जो दुष्प्रचार किया जा रहा है वो इनकी छत्तीसगढ़ राज्य के विकास को अवरुद्ध करने और प्रदेश के अहित की मानसिकता को प्रदर्शित करता है.

अप्रवासी छत्तीसगढ़िया जनसंख्या के स्वयंभू प्रतिनिधि के रूप में इस संस्था के पदाधिकारी द्वय द्वारा जिस असंसदीय भाषा का प्रयोग कर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का अपमान किया है और साथ ही पूरे विश्व के छत्तीसगढ़ियों के स्वाभिमान को जो कलंकित किया है उससे समस्त एनआरआई स्तब्ध और आहत है. मैं इस विषय में व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से मिलकर चर्चा करूंगा और साथ ही निवेदन करूंगा की तत्काल इस संस्था के खिलाफ और विशेषकर इस पदाधिकारी द्वय के खिलाफ आवश्यक संभव कानूनी कार्रवाई की जाए. साथ ही यह निवेदन करूंगा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा अगर पहले इस संस्था को किसी तरह का आर्थिक सहयोग प्रदान किया है उसकी जांच कि जाए और भविष्य में छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों को अमेरिका और कनाडा आमंत्रित करने के नाम पर करोड़ो रुपयों का जो प्रस्ताव भेजा है और सहयोग मांगा है उसे तत्काल खारिज किया जाए.

विश्व के छत्तीसगढ़िया एनआरआई जो छत्तीसगढ़ की पावन धरती में पले-बढ़े है वो आज अपने प्रदेश के लिए कुछ करने को तत्पर है. हम मुख्यमंत्री जी को विश्वास दिलाते है कि आपने जो एक अनुकरणीय पहल की है, उसमे जो सहयोग हमसे अपेक्षित है उसके लिए हम सदैव उपस्थित है. हम एकजुट है और आपके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य के असीम विकास एवं खुशहाली के लिए प्रतिबद्ध है.

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