रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शासन और प्रशासन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. पार्टी के प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों को लाभान्वित प्रशासन का दबावपूर्वक इस्तेमाल किया गया. श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के क्षेत्र कोण्डागांव खुले तौर पर सत्ता के दबाव और प्रभाव में काम करने का मामला सामने आया है. कोंडगांव में भाजपा समर्थित प्रत्याशी, जो कि चुनाव जीत चुका था उसके षड़यंत्रपूर्वक हराया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है कि पूर्व मंत्री लता उसेंडी लगातार एक फरवरी से जिला कलेक्टर कोण्डागांव के समक्ष चुनाव परिमाण प्रभावित किये जाने का लेकर शिकायत कर रही है, परंतु सरकार और कांग्रेस अध्यक्ष के दबाव के चलते कलेक्टर कोण्डागांव द्वारा एक महिला से 30 मिनट में मिलने का आश्वासन देकर बेवजह 3 घंटे बैठाकर प्रताड़ित किया जा रहा है.
भाजपा प्रवक्ता ने यह भी सवाल उठाया है कि कोण्डागांव कलेक्टर को इस बात का स्पष्टीकरण देना चाहिए कि ऐसा कौन सा दबाव था उनके ऊपर कि एक महिला को रात्रि 8 बजे तक अपने कार्यालय में बैठाकर पीछे दरवाजे से भाग गए? ऐसा क्या कारण था कि अगले दिन 4 फरवरी 2020 को डिप्टी कलेक्टर के माध्यम से पूर्व महिला मंत्री व भाजपा कार्यकर्ताओं को बुलाकर जिला कलेक्टर किसके दबाव में गायब हो गये? बड़ा गंभीर व लोकतंत्र की हत्या का मामला बताया है व इस विषय को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र निराकृत करने की मांग की है. श्रीवास्तव ने कांग्रेस के इस कृत्य को लोकतंत्र की हत्या बताया है. वहीं भाजपा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर भाजपा प्रत्याशियों को जीत का प्रमाण-पत्र देने की मांग भी की है.