चंद्रकांत/बक्सर: जिले का मशहूर पंचकोशी परिक्रमा का चौथा पड़ाव शनिवार को नुआंव गांव पहुंच चुका है, जिसे भगवान हनुमान का ननिहाल भी कहा जाता है. यहां श्रद्धालुओं ने मूली-सत्तू को प्रसाद के रूप में ग्रहण किया. भक्तों ने विधि विधान से पूजा अर्चना की है. साधु संतो के साथ पहुंचे हजारों की संख्या में श्रद्धालुओ ने अंजनी सरोवर की परिक्रमा की है.
बचपन में रहा करते थे भगवान हनुमान
ऐसी मान्यता है कि नुआंव में उद्दालक ऋषि का आश्रम हुआ करता था, जहां माता अंजनी के साथ बचपन में भगवान हनुमान रहा करते थे. यहां भगवान राम पंचकोशी परिक्रमा के दौरान अगहन महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पहुंचे थे, जिन्हें उद्दालक ऋषि अपने यहां मूली-सत्तू को भोजन के रूप में दिया. ये आज इस जगह के लिए प्रसाद और लोगों के लिए तीर्थ स्थल की तरह हो गया है.
सन्त समाज की निकाली गई यात्रा
पंचकोशी परिक्रमा समिति की देखरेख में बसांव पीठाधीश्वर के नेतृत्व में सन्त समाज की यात्रा निकाली गई है. यहां भक्तों के लिए प्रसाद के साथ भजन कीर्तन की व्यवस्था की गई है. अच्युत प्रपन्नाचार्य महाराज ने कहा कि ऐसा बताया जाता है, उद्दालक मुनी का आश्रम यहां हुआ करता था. उनके आश्रम में ही माता अंजनी रहती थी.
संतों ने अंजनी सरोवर की परिक्रमा की
आश्रम के पास स्थित सरोवर की पहचान अंजनी सरोवर से है. गांव वालों ने यहां माता अंजनी का मंदिर भी बनवाया है. यहां श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की. सरोवर के आस-पास मेला भी लगाया गया है, जहां बच्चों ने खूब मजे किए. श्रद्धालु ने जमकर खरीदारी भी की है. वहां पंचकोशी परिक्रमा समिति के संतों ने अंजनी सरोवर की परिक्रमा की.
लिट्टी चोखा का प्रसाद
अगले दिन मेले का पड़ाव चरित्रवन पहुंचेगा, जहां अगहन महीने की नवमी तिथि को महर्षी विश्वामित्र का आश्रम हुआ करता था. वहां लिट्टी चोखा का प्रसाद भगवान ने ग्रहण किया था. परंपरा त्रेता युग से चली आ रही है. बक्सर के चरित्रवन के कोने-कोने में जहां लिट्टी चोखा का प्रसाद बना कर श्रद्धालु भोग लगाएंगे, तो वही पूरे शाहबाद के घर में यह व्यंजन बनता है, जो अपने आप में अनोखा है. जिसके कारण इस पंचकोशी यात्रा को विश्व प्रसिद्ध कहा जाता है.
ये भी पढ़ें- Bihar News: 2 दिन से लापता लेबर कांट्रैक्टर का बूढ़ी गंडक नदी में मिला शव
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें