अमृतसर. सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को गठित हाई पावर कमेटी, पंजाब और हरियाणा की शंभू और खनौरी सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के मुद्दे पर पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में किसानों के साथ बैठक करेगी। हालांकि, पंजाब के किसानों ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। एसकेएम का कहना है कि जिस निमंत्रण पत्र में बैठक का जिक्र है, उसमें किसानों की मांगों का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।

डल्लेवाल का अनशन 39वें दिन में प्रवेश

किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन आज 39वें दिन में प्रवेश कर गया है। उनकी हालत गंभीर होती जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक उनके शरीर को अंदरूनी नुकसान हो रहा है और उनका वजन काफी कम हो चुका है। ब्लड प्रेशर लगातार गिर रहा है। किसानों का ध्यान अब 4 जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर प्रस्तावित किसान महापंचायत की तैयारी पर है। इस महापंचायत में डल्लेवाल का संदेश जनता तक पहुंचाया जाएगा।

डल्लेवाल की बिगड़ती हालत

डॉक्टरों के अनुसार, डल्लेवाल के शरीर में सिर्फ हड्डियां बची हैं और उनकी स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है। किसान संगठनों का कहना है कि उनका हर बयान संविधान के दायरे और मर्यादित भाषा में दिया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट से अपील

किसानों ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि वह केंद्र सरकार को खेती से संबंधित संसदीय समिति की रिपोर्ट और सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रिपोर्ट लागू करने का निर्देश दे। उनका कहना है कि न्याय की आखिरी उम्मीद सुप्रीम कोर्ट ही है।

केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करने का आदेश

किसानों ने मांग की है कि केंद्र सरकार को किसानों के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में किसान आंदोलन पर सुनवाई हुई, जिसमें अदालत ने पंजाब सरकार पर सख्त रुख अपनाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत खराब होने देना जानबूझकर की जा रही कोशिश है।

क्या कहा पंजाब सरकार ने

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सरकार कोर्ट के आदेशों का पालन कर रही है। डल्लेवाल की देखभाल के लिए 50 डॉक्टरों को नियुक्त किया गया है। धरना स्थल के पास एक अस्थायी अस्पताल बनाया गया है, और अधिकारी किसानों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं।