नई दिल्ली– राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन में आयेजित समारोह में छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पंडवानी गायिका डॉ. तीजन बाई को पद्म विभूषण और बस्तर बैण्ड के अनूप रंजन पाण्डेय को पदमश्री अलंकरण से सम्मानित किया.

गौरतलब है कि महाभारत की कथा को सहज-सरल छत्तीसगढ़ी भाषा में पंडवानी गायन के माध्यम से दुनिया के सामने लाने वाली डॉ. तीजन बाई को इसके पूर्व वर्ष 1998 में पद्मश्री, 2003 में पद्म भूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है. डॉ. तीजन बाई ने 13 साल की उम्र से पंडवानी गायन शुरू किया.

अनूप रंजन पाण्डेय ने अपनी संस्था बस्तर बैण्ड के माध्यम से छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल की कला संस्कृति को संरक्षित करने का सराहनीय कार्य किया. बता दें कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन पुरस्कारों की घोषणा की गई थी.

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दी शुभकामनाएं

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छत्तीसगढ़ की प्रख्यात लोक कलाकार एवं पंडवानी गायिका डॉ. तीजन बाई को पद्मविभूषण सम्मान प्रदान किये जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. राज्यपाल ने कहा है कि तीजन बाई ने लोक गाथा पंडवानी को विशिष्ट शैली में प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति की अंतर्राष्ट्रीय स्तर में पहचान बनाई है. उन्होंने अपनी लगन से यह साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़िया-सबले बढ़िया.

उनका पद्मविभूषण से सम्मानित होना पूरे छत्तीसगढ़वासियों के लिए गर्व की बात है. गौरतलब है कि आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीजन बाई को कला एवं लोक संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए पद्मविभूषण सम्मान से अलंकृत किया है.