यश खरे, कटनी। कटनी जिले की ढीमरखेड़ा तहसील के बिछिया ग्राम में दहशत का माहौल है। यहां खेतो से लगी सिलपरा नदी के पडुआ डेम के पास एक मगरमच्छ डेरा जमाए हुए है। जिसकी वजह से ग्रामीण खौफ में हैं। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी लेकिन रेस्क्यू टीम मगरमच्छ को खोजने में असफल रही। 

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दरअसल आज जब कुछ लोग नदी किनारे गए तो उन्होंने नदी के बाहर एक मगरमच्छ बैठा देखा। जिसके बाद उन्होंने फ़ौरन उसका वीडियो बना लिया। इंसान की आवाज सुनकर घड़ियाल पानी के अंदर चला गया। ग्राम के उप सरपंच विराट पांडेय की सूचना पर वन विभाग से डिप्टी रेंजर मोहम्मद खालिद खान अपनी टीम के साथ पहुंचे। लेकिन उन्हें केवल उसके निशान मिले। 

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मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि हल्की धूप होने पर वह पानी से निकलता है और धूप सेंककर वापस पानी में चला जाता है। यह नदी खेतो के किनारे है जहां से सिंचाई के लिए किसान यहां से अक्सर पानी लिया करते हैं। वहीं ग्रामीण अपने भैंस और गाय-बकरी को चराने यहां लाया करते हैं। जिस वजह से लोगों में और डर है कि कब कोई मगरमच्छ का शिकार हो जाए।

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वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि डैम में नहर का पानी आता है जिससे अधिक पानी होने के कारण रेस्क्यू करने में परेशानी हो रही है। पानी कम होते ही रेस्क्यू किया जाएगा। वन विभाग ने ग्रामीणों को सलाह दी कि नदी के आसपास न जाएं और न ही मवेशियों को चराने लाएं।  इसके अलावा बरगी नहर से लगे सभी गांव को नहर से पर्याप्त दूरी बनाए रखने की सूचना दी गई।

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