Small Cap and Mid Cap Decline: पूंजी बाजार नियामक सेबी प्रमुख माधवी पुरी की चेतावनी के बाद स्मॉल कैप और मिड कैप शेयरों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पिछले तीन-चार हफ्तों में 374 स्मॉल कैप में अपने शीर्ष स्तर से 30 फीसदी की गिरावट देखी गई है.

खुदरा निवेशक कुछ समय पहले तक स्मॉल कैप शेयरों को छिपे हुए रत्नों के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे. अब वे कमजोर होते जा रहे हैं और 52 सप्ताह के साप्ताहिक उच्च स्तर से 84 प्रतिशत तक गिर चुके हैं. सेबी द्वारा स्मॉल कैप शेयरों में बुलबुले बनने की चेतावनी के बाद कई स्मॉल कैप शेयरों में भारी गिरावट का सामना करना पड़ा है.

निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स अपने उच्चतम स्तर से 14 फीसदी कमजोर है. इस बीच 756 शेयर ऐसे हैं जो अपने उच्च स्तर से 20 फीसदी तक गिर चुके हैं. इनमें से 374 शेयर ऐसे हैं जिनमें अपने उच्चतम स्तर से 30 फीसदी की गिरावट देखी गई है. जबकि 18 शेयर ऐसे हैं. जिनमें 50 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी गई है.

अगर उन कंपनियों की बात करें जिनके स्मॉल कैप शेयरों में कमजोरी देखी गई है, तो रैमकी इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयरों में शिखर स्तर से 56 फीसदी की कमजोरी देखी गई है. एंड्रयू यूल के शेयर शिखर से 48 फीसदी नीचे है. आईएफसीआई 47 फीसदी कमजोर है. पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज. 47 फीसदी की गिरावट आई है.

एजीएस ट्रांजैक्ट टेक्नोलॉजी में 46 फीसदी, स्वान एनर्जी के शेयरों में 40 फीसदी की गिरावट आई है. जबकि रेलटेल में 37 फीसदी और आरवीएनएल में 36 फीसदी की गिरावट आई है. शेयर बाजार में जारी कमजोरी के कारण एसएमई जगत को भारी नुकसान हुआ है. पिछले एक हफ्ते में 90 शेयरों में 20 फीसदी की कमजोरी देखने को मिली है. एसएमई पैक में प्रीतिका इंजीनियरिंग, जेनिथ ड्रग्स, रचना इंफ्रास्ट्रक्चर, एल्पेक्स सोलर, नॉलेज मरीन और द्रोणाचार्य एरियल इनोवेशन जैसी कंपनियों के शेयरों को भारी नुकसान हुआ है.