पुरूषोत्तम पात्र. गरियाबंद. जिले में एक बार फिर हाथियों की आमद बढ़ गयी है. हाथियों के दो दल इन दिनों पांडुका और फिंगेश्वर वन परिक्षेत्र में विचरण कर रहे है. वन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन हाथियों का एक दल कल शाम मुरमुरा गांव के आसपास देखा गया वहीं एक गजराज को रात के अंधेरे में चरोदा गांव में विचरण करते देखा गया.

चरोदा गांव के लोगों के मुताबिक बीती रात एक हाथी उनके गांव में घुस आया. रात के अंधेरे में हाथी एक गली से दूसरी गली घूमते रहा और फिर कुंडेल की ओर आगे बढ़ गया. ग्रामीणों ने बताया कि यह तकरीबन 9 बजे की घटना है. जब गांववासी खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे. उसी समय हाथी घुसने की खबर गांव में आग की तरह फैल गयी.

पूरे गांव में फैल गई दहशत…

गांव में हाथी घुसने की खबर से लोग दहशत में आ गए.  हाथी पर नजर बनाए रखने के लिए ग्रामीण दुबक कर उसका पीछा करते रहे. कुछ देर गांव की गलियों में विचरण करने के बाद जब हाथी निकलकर आगे बढ़ गया तब कही जाकर ग्रामीणों की अटकी सांसों में जान आई. ग्रामीणों ने बताया कि इस दौरान हाथी ने गांव में कोई नुकसान नही पहुंचाया.

बताना लाजमी होगा कि बीते कुछ सालों से जिले में हाथियों की आमद लगातार बढ़ रही है. कभी ओडिसा तो कभी महासमुंद से जिले में हाथियों का आना जाना लगा हुआ है. हाथी अबतक कई लोगो की जानमाल का नुकसान भी कर चुके है.

वन विभाग हाथियों के गुस्से से बचाने के लिए ग्रामीणों को हमेशा दूर रहने की सलाह देता रहा है. गांवो में गजराजमित्रों की भी नियुक्ति की गई है ताकि गांव में हाथियों की आमद होने पर गजराज मित्र उन पर नजर बनाए रखे और हाथियों को गांवो में ना घुसने दिया जाए. वन विभाग ने एक बार फिर ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी है.