गौरव जैन, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करने की मांग को लेकर पनिका समाज के लोगों ने आज लाल बंगला स्थल पर प्रदर्शन किया. इसके साथ पेंड्रा से गौरेला तक अधिकार रैली निकाली, जिसमें हजारों की संख्या में समाज के लोग शामिल हुए. समाज की ओर से कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाई. यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में दवाइयों की कोई कमी नहीं, स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल ने अफवाहों को बताया निराधार

पनिका समाज की मांग है कि उनकी जाति को छत्तीसगढ़ में भी अनुसूचित जनजाति में शामिल किया जाए. पनिका जाति सन् 1971 के पहले अविभाजित मध्य प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के अंतर्गत आती थी. अलग छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पनिका जाति को अनुसूचित जनजाति वर्ग से हटाकर पिछड़ा वर्ग में शामिल कर दिया गया.

पनिका समाज के लोगों का कहना है कि मध्य प्रदेश में आज भी उनकी जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल है, लेकिन छत्तीसगढ़ में पनिका जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं किया गया है. छत्तीसगढ़ में कई सरकार बदली है, लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई है. एक देश में एक समान कानून होना चाहिए. समाज के लोगों ने कहा कि अगर मांग पूरी नहीं की जाती तो आगे भी आंदोलन किया जाएगा.