रायपुर। पनिका समाज ने एक बार फिर से खुद को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग की है. जनचौपाल में सीएम भूपेश बघेल से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. पनिका समाज के प्रतिनिधयों ने सीएम से बताया कि राज्य में 1970 तक पनिका जाति अनुसूचित जनजाति यानि आदिवासियों में शुमार थी.

लेकिन उसके बाद उन्हें ओबीसी में शामिल कर दिया गया. 2006 में पनिका जाति को लेकर राज्य सरकार ने एक रिपोर्ट तैयार करवाई लेकिन उसकी कुछ विपरीत टिप्पणियों के चलते पनिका को आदिवासी का दर्जा नहीं मिल पाया. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में पनिका जाति आदिवासियों में शामिल है.